जिला खनिज निधि एवं कौशल प्रशिक्षण केन्द्र में पीएम विश्वकर्मा योजना पर सेमिनार सह जागरूकता कार्यक्रम का किया गया उद्घाटन।


चतरा जिला खनिज निधि एवं कौशल प्रशिक्षण केन्द्र में पीएम विश्वकर्मा योजना पर सेमिनार सह जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त चतरा श्री अबु इमरान के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। भारत सरकार, एमएसएमई मंत्रालय के एमएसएमई-विकास कार्यालय, रांची द्वारा चतरा जिले में पीएम विश्वकर्मा योजना पर आधारित एक दिवसीय सेमिनार सह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों को योजना से मिलने वाले लाभ, पात्रता एवं आवेदन की प्रकिया इत्यादि के बारे में वृहद रुप से जानकारी देना एवं जागरुक करना है। एमएसएमई-विकास कार्यालय, रांची से आए श्री इंद्रजीत यादव, आईईडीएस, संयुक्त निदेशक एवं कार्यालय प्रमुख ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूपरेखा से अवगत कराते हुए बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना में 18 पारंपरिक विद्याओं में कार्य करने वाले कारीगर और शिल्पकार सम्मिलित हैं। कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, डलिया, चटाई, झाड़ू बनाने वाले, गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वाले। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को 5-7 दिन का प्रशिक्षण एवं रूपए 500/-प्रतिदिन की दर से स्टाइपेंड देय होगा तथा प्रशिक्षण उपरान्त टूल किट हेतु 15 हजार रूपए ई-वाउचर के रूप में प्राप्त होंगे। प्रथम चरण में एक लाख रूपए तक का ऋण तथा द्वितीय चरण में दो लाख रूपए तक का कोलेटरल फ्री ऋण (5 प्रतिशत ब्याज की दर से) की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण प्राप्त करने पर पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र और पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने सभा में उपस्थित 18 पारंपरिक विद्याओं में कार्य करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों से इस योजना का लाभ लेने हेतु ज्यादा से ज्यादा संख्या में पंजीकरण कराने का आह्वान किया। उद्घाटन में अपने अभिभाषण में कहा कि भारत सरकार की ओर से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा जयंती दिनांक-17 सितम्बर, 2023 को प्रधानमंत्री जी के द्वारा डिजिटली लौंच (लागू) की गई थी। भारत सरकार के द्वारा इस योजना को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता एवं उन्नत उपकरण प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी कराना है। जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने हेतु सभी को मिलकर एकसाथ प्रयास करने की आवश्यकता है। सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के वरिष्ठ प्रबंधक श्री शशी शुक्ला ने इस योजना में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया, पात्रता एवं मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में सीएससी की ओर से एक “ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन” शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें कई पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों का इस योजना के तहत पंजीकरण भी किया गया।उक्त उद्घाटन कार्यक्रम में श्री देवव्रत शर्मा, एलडीएम, चतरा, श्री कुमार शुभाशीष, ईओडीबी, डीआईसी, चतरा, श्री हेमंत केसरी, जिला समन्वयक, एमएमएलकेयुवीबी, चतरा एवं श्री मन्नु कुमार, जिला नियोजन अधिकारी, चतरा समेत अन्य उपस्थित थे।