15 लाख के इनामी माओवादी रीजनल कमांडर नवीन यादव ने DC व SP के समझ किया आत्मसमर्पण ,झारखण्ड, बिहार एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न थानों में लगभग 72 अपराधिक मामले थे दर्ज




चतरा माओवादी के रिजनल कमिटी सदस्य 15 लाख ईनामी नवीन उर्फ सरबजीत यादव उर्फ विजय यादव, पिता- सिंधु यादव, ग्राम बांसबुटा, थाना-प्रतापपुर, जिला-चतरा ने अपने चचेरे भाई से जमीनी विवाद को लेकर वर्ष 2000 में मा०क०पा० माओवादी संगठन में शामिल हुआ था। तब से यह संगठन में सक्रिय रूप से कार्य करने लगा शुरुआती ने लोकल होने के कारण ग्रामीणों को संगठन में जोड़ने की जिम्मेवारी दी गई ताकि ग्रामीण स्तर प संगठन को मजबूत बनाया जा सके। इसके कार्यशैली को देखते हुए उस समय के कमाण्डर अनुराग यादव के नेतृत्व में हुये बैठक में इसे वर्ष 2003 में एल०ओ०एन० बनाया गया था। वर्ष 2005 से 2007 तक बाकेबजार जिला-गया (बिहार) क्षेत्र का एरिया कमाण्डर तथा वर्ष 2007 से 2009 तक गया, औरंगाबाद (बिहार) क्षेत्र क
सब जोनल कमाण्डर तथा वर्ष 2009 से 2012 तक मध्य जोन का जोनल कमाण्डर बनाया गया।
वर्ष 2012 में इस भा०क०पा० माओवादी संगठन में रिजनल कमाण्डर का पद दिया गया तथा बिहार रिजनल कमिटी का सदस्य बनाया गया। इसके ऊपर झारखण्ड, बिहार एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न थानों में लगभग 72 अपराधिक मामले दर्ज
झारखण्ड पुलिस का बचे हुए सभी नक्सलियों से अपील
सभी नक्सलियों से अपील की जाती है कि वे हिंसावादी विचारधारा को छोड़कर आत्मसमर्पण करे तथा
झारखण्ड सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ लेकर मुख्य धारा से जुड़े। झारखण्ड सरकार के द्वारा आत्मसमर्पण नीति को और अधिक सुगम बनाया गया है जिससे आत्मसमर्पित नक्सली को ओपन जेल में जाना अधिक आसान हो गया है। सभी नक्सली सरकार द्वारा दी जा रही इस सुविधा का लाभ उठायें तथा नक्सलवाद विचारधारा को त्याग कर मुख्यधारा में शामिल हो।
क्या कहा सुने सरेंडर नक्सली
नवीन यादव ने बचे हुए नक्सलियों से अहवाहन किया की आप सभी अब सरकार के सरेंडर पॉलिसी का लाभ ले कर आत्मसमर्पण करे,अब नक्सली संगठन में कुछ बचा हुआ नही है।