उपायुक्त कीर्तिश्री जी ने किया इटखोरी प्रखंड का दौरा,विकास योजनाओं का लिया जायज़ा, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश


Chatra : उपायुक्त कीर्तिश्री जी ने गुरुवार को इटखोरी प्रखंड का दौरा कर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की प्रगति का जायज़ा लिया। दौरे के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी विकास कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं, ताकि इनका लाभ सीधे जनता तक पहुंच सके। दौरे की शुरुआत में उपायुक्त ने बक्सा डैम का निरीक्षण किया। उन्होंने सिंचाई विभाग के विश्रामगृह तथा आसपास की व्यवस्था को देखा और पर्यटन विभाग को डैम क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, वाहन पार्किंग और रेस्ट हाउस निर्माण जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास पर बल देने को कहा। उन्होंने कहा कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व को देखते हुए इसका चहुँमुखी विकास आवश्यक है।
इटखोरी पहुंचने पर धनखेरी आजीविका महिला संकुल संगठन की महिलाओं ने पारंपरिक पत्तों की टोपी और पुष्पमाला पहनाकर उपायुक्त का स्वागत किया। श्रीमती कीर्तिश्री जी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की कला एवं कौशल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करती हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता का भी मार्ग प्रशस्त करती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि समूहों को प्रशिक्षण, विपणन और योजनाओं से समय पर जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
इसके बाद उपायुक्त ने लगभग 25 एकड़ में फैले इटखोरी कृषि फार्म का निरीक्षण किया। उन्होंने अजोला उत्पादन यूनिट, डैम एवं पशु शेड का जायज़ा लिया और इनके विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए आधुनिक कृषि तकनीक, नई फसलों का प्रयोग और वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाना समय की मांग है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और समय पर मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाए, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल सके। इस अवसर पर उपायुक्त ने कृषि फार्म परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त माधोपुर आंगनवाड़ी केंद्र भी पहुँचीं, जहाँ उन्होंने पोषाहार पंजी का अवलोकन किया। पंजी का संधारण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर उन्होंने संबंधित पदाधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की और भविष्य में सुधार लाने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने आगे प्रेमबुक डेयरी यूनिट का निरीक्षण कर डेयरी प्रबंधन से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। इसी क्रम में उन्होंने प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित खाद्यान्न गोदाम का भी दौरा किया और भंडारण व्यवस्था, वितरण प्रणाली तथा रख-रखाव की समीक्षा की। उन्होंने जिला आपूर्ति पदाधिकारी नीतू सिंह को निर्देशित किया कि खाद्यान्न का सुरक्षित भंडारण और पारदर्शी वितरण सुनिश्चित हो। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि लाभुकों तक खाद्यान्न की निर्बाध आपूर्ति प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रखंड कार्यालय परिसर के समीप बैठक एवं प्रशिक्षण हॉल के लिए जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) मद से चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य सुनिश्चित करने और समयसीमा के भीतर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। दौरे के अंत में उपायुक्त ने प्रखंड सभागार में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से भेंटवार्ता की। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं और सुझावों को सुना और आश्वासन दिया कि उनकी प्राथमिकताओं के अनुरूप योजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा।
पत्रकारों से बातचीत में उपायुक्त ने कहा कि मां भद्रकाली मंदिर और बक्सा डैम का सर्वांगीण विकास जिला प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने बताया कि इसके विकास के लिए प्रशासनिक स्तर से नियमसंगत कार्रवाई की जा रही है। यहां पर्यटन सुविधाओं का विस्तार होगा और जिले में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी जहूर आलम, जिला सहकारिता पदाधिकारी लोकनाथ महतो, जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश मिश्रा, बीडीओ सोमनाथ बांकिरा एवं अंचल अधिकारी सविता सिंह सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।