गौर फरमाइए! हाथ – पैर तुड़वाने हो तो लावालौंग के पांकी रोड आ जाइए, अब ठगा महसूस कर रही जनता


लावालौंग/चतरा : प्रखण्ड मुख्यालय से पांकी मुख्य सड़क लंबे समय से जर्जर स्थिति में है। और राहगीरों को ऐसे तो संपूर्ण सड़क रोडे और गड्ढे में तब्दील हो चुका है।परंतु सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना लावालौंग से कटेलिमहुआ तक पहुंचने में ग्रामीणों को करना पड़ता है। बारिश और गड्ढों के कारण इस सड़क पर आवागमन करना ग्रामीणों के लिए भारी परेशानी का सबब बना हुआ है।ग्रामीणों की मांग पर विधायक और जनप्रतिनिधियों ने चतरा उपायुक्त कृतिश्री से अपिल की थी। जिसपर एक माह पूर्व उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी से सहमति बनाकर दो से तीन दिनों के भीतर सड़क पर पत्थरों का डस्ट डलवाकर मरम्मती कार्य शुरू कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन आश्वासन के बावजूद अब तक कोई कार्य नहीं किया गया है। उपायुक्त की इस अनदेखी से ग्रामीण ठगा महसूस कर रहें हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नेताओं और अधिकारियों के वादे सिर्फ कागजों तक सीमित रह जाते हैं। जब उपायुक्त नें खुद पहल का भरोसा दिलाया था तब ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लेकिन अब वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।इस संबंध में जब विधायक कुमार उज्ज्वल दास से बात की गई तो उन्होंने कहा कि “सड़क मरम्मती को लेकर उपायुक्त के द्वारा आश्वासन दिया गया था लेकिन उसके बाद भी यहां कार्य नहीं हो पाना काफी निराशाजनक है।” ग्रामीणों का आरोप है कि नेता,मंत्री और पदाधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि जल्द ही सड़क की मरम्मती शुरू नहीं की गई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होंगे।क्षेत्रवासियों का कहना है कि सड़क मरम्मती में देरी से विकास कार्य भी प्रभावित हो रहा है और रोजमर्रा की जिंदगी संकटग्रस्त हो गई है।
रिपोर्टर मो० साजिद