आरएनएम डिग्री कॉलेज में एनएसएस के द्वारा सर्टिफिकेट वितरण एवं वन महोत्सव कार्यक्रम का किया गया आयोजन।



चतरा : हंटरगंज स्थित राम नारायण मेमोरियल डिग्री कॉलेज के सभागार में वन महोत्सव एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सर्टिफिकेट वितरण समारोह का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम एनएसएस के सवन्य सेवकों के द्वारा आयोजित की गई थी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रूसा कोऑर्डिनेटर प्रो० अनिल कुमार सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० फहीम अहमद उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभ प्रारंभ एनएसएस के लक्ष्य गीत एवं क्लैपिंग से चांदनी,रोहनी,स्नेहलता और अंकिता ने किया।
मुख्य अतिथि श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत ही यह संदेश देता है कि विद्यार्थी जीवन में ही राष्ट्र,समाज एवं मानव सेवा का भावना उत्पन्न करना है। ताकि जीवन में कहीं और किसी भी परिस्थिति में सेवा के लिए एनएसएस के स्वयं सेवक तत्पर रहें। सर्टिफिकेट मात्र आपकी एक पहचान ही नही बल्कि कर्म का फल है। इसलिए जहां भी रहे सेवा आपका लक्ष्य होना चाहिए तभी
एनएसएस के वॉलिंटियर का जीवन सफल और सार्थक होगा। उन्होंने आगे कहा कि सेवा से ही मानव महान ही नहीं बल्कि उस लक्ष्य को पा लेता है जहां तक उसकी सोच भी नहीं जाती।
सेवा से ही लोगों ने अपने जीवन में ऐसी ऐसी कृतिमान स्थापित किए हैं जिससे उनका नाम रहती दुनिया तक रहेगी।
एनएसएस पीओ डा० फहीम अहमद ने कहा कि एनएसएस के वॉलंटियर्स भाग्यशाली हैं जिन्हें आपको विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के कुलपति, एनएसएस कोऑर्डिनेटर, प्राचार्य और एनएसएस पिओ के संयुक्त हस्ताक्षर से एनएसएस का सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है। एक्टिव वॉलंटियर्स महाविद्यालय में 2 वर्षों तक रेगुलर एक्टिविटी के साथ सात दिवसीय विशेष शिविर में महत्वपूर्ण कार्य किए जाने पर सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया गया है।
जो आपके जीवन में काफी सार्थक साबित होगा। हजारों स्टूडेंट्स इस महाविद्यालय में अध्यनरत हैं परंतु मात्र 50 वॉलंटियर्स को ही एनएसएस सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ। वालंटियरो ने रेगुलर एक्टिविटी के साथ-साथ साप्ताहिक विशेष शिविर में समाज के उत्थान में महती भूमिका निभाने में सफल रहे। कॉलेज परिसर के गार्डन में वनस्पति पौधे और अन्य पौधे लगाने और देख भाल करने का संकल्प लिया गया।
सभा का संचालन ऋषभ राज गुप्ता ने किया।
इस मौके पर मुस्कान कुमारी, सौर्य कुमारी,करनजीत सिंह कविता और भाषण के द्वारा सामाजिक सरोकार पर व्यापक प्रकाश डाला।