जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा, उपायुक्त ने दी समयबद्ध कार्य पूर्ण करने की हिदायत


Chatra : उपायुक्त कीर्तिश्री जी की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की विस्तृत समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. जगदीश प्रसाद, उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीएम, डीएएम, डीपीसी (टीबी), बीपीएम, स्वास्थ्य केंद्रों के प्रतिनिधि, सीनी संस्था के प्रतिनिधि, नीति आयोग से जुड़े फेलो तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और उनके गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की गई। उपायुक्त ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत अधिकतम लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने, अस्पतालों में आयुष्मान वार्ड स्थापित करने तथा जहाँ आयुष्मान मित्र उपलब्ध नहीं हैं वहाँ शीघ्र बहाली करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आयुष्मान भारत योजना के तहत अधिक से अधिक मरीजों का इलाज सुनिश्चित करेंगे, उन्हें चयनित कर सम्मानित किया जाएगा। ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकों की सक्रियता बढ़ाने और निष्क्रिय पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। कुपोषण उन्मूलन पर विशेष ध्यान देने की बात कहते हुए उपायुक्त ने गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें कुपोषण उपचार केंद्र (MTC) भेजने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा। गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण, एएनसी जांच एवं नियमित टीकाकरण की अनिवार्यता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया। उपायुक्त ने जिले के निर्माणाधीन स्वास्थ्य भवनों एवं उपकेंद्रों के कार्य शीघ्र पूरा करने, पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुदृढ़ करने तथा बाल लिंगानुपात सुधार हेतु PCPNDT एक्ट के तहत प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कायाकल्प योजना के अंतर्गत सदर अस्पताल एवं चयनित स्वास्थ्य केंद्रों का शीघ्र मूल्यांकन कराने की बात भी कही।
बैठक के दौरान मानव संसाधन प्रबंधन से जुड़े निर्णय भी लिए गए। उपायुक्त ने चतरा प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में वर्तमान डीएस को प्रभारी पद से मुक्त कर किसी अन्य चिकित्सा पदाधिकारी को चार्ज देने की बात कही। चतरा प्रखंड डाटा मैनेजर के मातृत्व अवकाश पर रहने के कारण हंटरगंज बीडीएम को सप्ताह में दो दिन चतरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) को निर्देश दिया गया कि सितंबर माह तक सभी रिक्त अनुबंध कर्मियों की नियुक्ति पूरी कर ली जाए।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रतापपुर को प्रतिरक्षण में कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कारण पूछा गया। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्रसव प्वाइंट पर वेट मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें तथा संभावित डेंगू मरीजों के प्रति माह न्यूनतम 25 सैंपल डीपीएचएल लैब, सदर अस्पताल चतरा में भेजना सुनिश्चित करें। बैठक में चलाए जा रहे विशेष अभियानों की भी समीक्षा की गई। 10 अगस्त से संचालित फाइलेरिया उन्मूलन अभियान पर जानकारी देते हुए बीबीडी कंसल्टेंट अभिमन्यु कुमार ने बताया कि अब तक लक्षित जनसंख्या के लगभग 93 प्रतिशत व्यक्तियों को दवा का सेवन कराया जा चुका है। उपायुक्त ने इस अभियान को और सफल बनाने के लिए शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु टीमों को और अधिक सक्रियता से कार्य करने का निर्देश दिया। बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि जिले की आमनगरिकों को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।