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Sunday, July 6, 2025
Chatra News

चतरा में अवैध अफीम खेती के रोकथाम एवं निषिद्ध मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्यशाला का आयोजन

चतरा जिले में अवैध अफीम की खेती की रोकथाम एवं निषिद्ध मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता को लेकर एक जिला स्तरीय उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट सह प्रशिक्षण भवन हॉल, चतरा में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी एवं पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर पारंपरिक एवं विधिवत रूप से किया गया।

उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का उद्देश्य

इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य जिले में अवैध अफीम उत्पादन की रोकथाम, नशीले एवं प्रतिबंधित मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाना तथा संबंधित अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को इस विषय पर प्रशिक्षित एवं सजग बनाना था। यह कार्यशाला राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय नशा उन्मूलन नीति के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

उपस्थित एवं सहभागिता

इस अवसर पर जिले के वरीय पदाधिकारी, सभी विभागीय कार्यालय प्रमुख, जिला परिषद सदस्य, प्रमुख, सभी पंचायतों के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी, पंचायत प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यशाला में सक्रिय सहभागिता दर्ज की।

उपायुक्त का संदेश

उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी ने कहा अवैध अफीम की खेती न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यह सामाजिक ढांचे को भी कमजोर करती है। जिले में अफीम उत्पादन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक और पुलिस टीम संयुक्त रूप से कार्य करें तथा प्रत्येक स्तर पर जन-जागरूकता फैलाएं।उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीण स्तर पर व्यापक अभियान चलाकर नशा मुक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने तथा छात्रों, युवाओं और किसानों के बीच विशेष संवाद आयोजित करने का निर्देश दिया।

पुलिस अधीक्षक का वक्तव्य

पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार अग्रवाल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा चतरा जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है कि किसी भी प्रकार की मादक पदार्थ से संबंधित अवैध गतिविधि को सख्ती से रोका जाएगा। पुलिस बल लगातार सतर्क है। सूचना संकलन, गुप्त निगरानी एवं जनभागीदारी से ही इस चुनौती का सामना संभव है। उन्होंने स्थानीय मुखिया, जनप्रतिनिधि एवं आम नागरिकों से अपील किया कि वे संदेहास्पद गतिविधियों की सूचना तत्काल प्रशासन को दें।

विषयवस्तु एवं प्रशिक्षण

कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों द्वारा NDPS एक्ट, मादक पदार्थों की पहचान, सामाजिक प्रभाव, पुनर्वास प्रक्रिया एवं नशा मुक्ति केन्द्रों की भूमिका पर भी विस्तृत जानकारी दी गई। उपस्थित अधिकारियों को उनके भूमिका, दायित्व एवं उत्तरदायित्वों से भी अवगत कराया गया।

शपथ ग्रहण का आयोजन

कार्यशाला में एक विशेष सत्र में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निषिद्ध मादक पदार्थों के खिलाफ शपथ दिलाई गई। सभी उपस्थितों ने यह संकल्प लिया कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे तथा समाज को भी नशा मुक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।*

जनप्रतिनिधियों से संवाद

कार्यशाला के दौरान उपस्थित मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी भी क्रमवार ली गई।प्रत्येक समस्या को गंभीरता से सुनते हुए उपायुक्त ने मौके पर ही संबंधित पदाधिकारियों को नियमानुसार निष्पादन हेतु आवश्यक निर्देश दिए। उपस्थित जनप्रतिनिधियों का शॉल भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। यह सम्मान प्रतीक स्वरूप प्रशासन की ओर से उनके सहयोग एवं सामाजिक सरोकारों में सहभागिता के प्रति आभार व्यक्त करने हेतु किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी, उनके सुझाव एवं क्षेत्रीय अनुभवों ने कार्यशाला को और भी प्रभावशाली बनाया।

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