आरएनएम कॉलेज में एनएसएस के बैनर तले शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया।शिक्षक के बगैर बेहतर समाज का निर्माण संभव नहीं है।


हंटरगंज के राम नारायण मेमोरियल डिग्री कॉलेज के सभागार में एनएसएस के बैनर तले शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एन एसएस पीओ डा० फहीम अहमद एवं संचालन एनएसएस के संव्यसेवक नीरज भारद्वाज ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए प्रोपेसरों ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक के शिक्षा के बदौलत ही चंद्रयान सफलता पूर्वक चंद्रमा के साउथ पोल लैंडिंग कर कार्यों को बखूबी अंजाम दे रहा है।शिक्षक के कुशल कार्यों के कारण ही मनुष्य कुंठित अंधकार से बाहर आ पाया है।शिक्षक ही छात्र एवं छात्राओं को बेहतर मार्ग दर्शक हुआ करता है।दानव प्रवृत्ति का मनुष्य शिक्षा के कारण ही आज इंसानियत का संदेश दे रहा है।शिक्षक के बगैर बेहतर समाज का कल्पना नहीं किया जा सकता है। पुर देश में शिक्षकों की शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्यों के लिए पुरुस्कृत किए जाते हैं।
इसी संदर्भ में शिक्षक दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा गया की डा० सर्वपल्ली राधा कृष्णन स्वतंत्र भारत के प्रथम उप राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति का गौरवपूर्ण पद संभालने का उन्हें अवसर मिला।
वह असाधारण प्रतिभा के धनी थे।वह एक कुशल शिक्षक,दार्शनिक,और राजनीतिज्ञ भी थे।
डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने प्रेजीडेंसी कॉलेज मद्रास में दर्शनशास्त्र के शिक्षक रहे।1921 से 1936 तक कलकत्ता विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर पद पर भी सेवा दिया।1936 से 1939 तक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पूर्वी देशों के धर्म और दर्शन के स्पाल्डिंग प्रोफेसर के पद पर रह कर अपने व्याख्यान से प्रसिद्धि प्राप्त की।डा०सर्वपल्ली राधाकृष्णन1939 से 1948 तक काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर रह कर कई महत्वपूर्ण कार्यों को सुचारू ढंग से निबटाने में सफल रहे।1952 में वह देश के प्रथम उपराष्ट्रपति और 1962 में द्वितीय राष्ट्रपति चुने गए। उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।इस मौका पर प्रोफेसरों में पूजा सिंह, शिव रतन सिंह,रियाजुद्दीन अंसारी ,अनिल कुमार सिंह,डा रामजीत यादव,कुमारी मंजू सिंह,ताहिर हुसैन,उमेश कुमार सिंह,फखरुद्दीन अंसारी,खास तौर से संबोधित किए।स्वयं सेवकों में अभिषेक कुमार,अजय प्रजापति, रितु गुप्ता, रानी कुमारी, निहाल खान, कनीज फातिमा,खुसरो प्रवीण,जूही कुमारी,अर्चना कुमारी,नेहा कुमारी,गुलशन खान,गुड़िया कुमारी के अतिरिक्त दर्जनों छात्र छात्राएं उपस्थित थे।