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Tuesday, October 21, 2025
Chatra News

हंटरगंज के आरएनएम कॉलेज में विश्व पृथ्वी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

चतरा : हंटरगंज के राम नारायण मेमोरियल कॉलेज के सभागार में राष्ट्रीय सेवा योजना और भूगोल विभाग के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया।इस संगोष्ठी की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो० जैनेंद्र कुमार सिंह एवं संचालन एनएसएस पीओ डा० फहीम अहमद ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत एन एस एस की लक्ष्य गीत और क्लैपिंग से किया गया। लक्ष्य गीत ज्योति कुमारी निकिता शर्मा प्रियंका कुमारी,पल्लवी सिंह ने संयुक्त रूप पारंपरिक तरीके पर गया और क्लैपिंग किया। अध्यक्षीय संबोधन में प्रो जैनेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पृथ्वी को संरक्षित और सुरक्षित रखने की जिम्मवारी सिर्फ मनुष्य प्रजाति पर ही है जबकि इस पृथ्वी पर लाखों जीव जंतु रहते हैं। वैज्ञानिक खोज में अब तक सिर्फ इसी पृथ्वी पर जीव पाए गए हैं।पृथ्वी के कई भूखंड आज भी वीरान हैं वहां जीव जंतुओं को जीवित रहना असंभव है।मनुष्य द्वारा उपयोग किए जाने वाले आधुनिक सामग्रियों से वातावरण समेत पृथ्वी दूषित हो रही है।विश्व में आधौगिक क्रांति ने भी इसे प्रभावित किया है।इस लिए रासायनिक खाद्यों का उपयोग न कर जैविक खाद्य का उपयोग कई दृष्टिकोण से लाभकारी माना जा रहा है।इसे सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए हम सब को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है।वहीं भूगोल विभागाध्यक्ष पूजा सिंह ने पृथ्वी दिवस पर व्यापक रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्लेशियरों का पिघलना अच्छे संकेत नहीं हैं।ओजोन परत में छिद्र होना भी बुरा संकेत है।क्लोरोफिल और कार्बन डाइक्साइड ने वातावरण और पृथ्वी को काफी नुकसान पहुंचा रहा है।पानी बिजली की कम खपत से पृथ्वी की आयु बढ़ाई जा सकती है। पृथ्वी का सिंगर पेड़ पौधा है इसे अभियान के रूप में लगाने और सुरक्षित रखने पर बल दिया।उन्होंने ने आगे कहा कि गोलबाल वार्मिंग ने मनुष्यों को अलर्ट किया है।इस पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतु पेड़ पौधों को सुरक्षित रखना होगा तभी हम सब सुरक्षित जीवन यापन कर सकते हैं।
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी के प्रति जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देना है।प्रदूषण को कम करना,प्राकृतिक संसाधनों की बचत और उचित उपयोग, रीसायक्लिंग को बढ़ावा देना और पेड़-पौधों को लगाकर धरती को हरा-भरा बनाना है।इस वर्ष का थीम है हमारी शक्ति हमारा ग्रह है इस पर कार्य करना है।
सभा को एन एस एस के वालंटियरों विकास कुमार और प्रिय कुमारी ने पृथ्वी को सुरक्षित रखने के लिए शपथ दिलाया।वहीं
ज्योति कुमारी और निकिता शर्मा और प्रिया कुमारी ने संबोधन और काव्य के माध्यम से सफलता पूर्वक बात रखे।इस सभा को रुसा कोऑर्डिनेटर प्रो फखरुद्दीन अंसारी,आई क्यू एस सी कोऑर्डिनेटर प्रो अनिल कुमार सिंह,प्रो कुमारी मंजू सिंह,प्रो स्वेता सिंह,डब्लू सिंह,उपेंद्र कुमार राकेश कुमार ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि पृथ्वी दिवस एक वार्षिक आयोजन है जिसे 22 अप्रैल को विश्व स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए आयोजित किया जाता है। पृथ्वी में जल, हरियाली, वन्य प्राणी, प्रदूषण व इससे जुड़े अन्य कारक भी हैं। धरती को बचाने का आशय है कि हमें इसकी रक्षा करने के लिए मिलकर पहल करना होगा।विश्व पृथ्वी दिवस पृथ्वी पर मंडरा रहे खतरे को दूर करने और लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं बल्कि करोड़ों जीव जंतुओं व वनस्पतियों के रहने का भी स्थान है। विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का विचार पहली बार 1969 में यूनेस्को सम्मेलन में शांति कार्यकर्ता जॉन मैककोनेल ने दिया था।22 अप्रैल 1970 को पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में पृथ्वी दिवस मनाया गया था।

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