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Thursday, October 16, 2025
Chatra News

विज्ञान प्रदर्शनी-सह-पुस्तक मेला का आयोजन,जिला व प्रखण्ड स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी मे चयनित मॉडल को किया गया सम्मानित

Chatra : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग,झारखण्ड सरकार के तत्वाधान में झारखण्ड शिक्षा परियोजना, चतरा द्वारा आज केशरी चौक स्थित जिला उत्कृष्ट विद्यालय चतरा में विज्ञान प्रदर्शनी-सह-पुस्तक मेला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में जिले के उपायुक्त श्री रमेश घोलप ने बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। विज्ञान प्रदर्शनी विद्यालय स्तर से प्रारंभ होकर प्रखण्ड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन पूर्व में किया गया था। प्रखण्ड स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी मे चयनित प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करनेवाले विज्ञान के मॉडल को जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्षनी प्रतियोगिता मे सम्मानित किया गया। वहीं जिला स्तर पर प्रथम एवं तृतीय स्थान लाने वाले जिला उत्कृष्ट विद्यालय चतरा को एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्लस टू उच्च विद्यालय द्वारि को सम्मानित किया गया। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को विज्ञान के प्रति रूची को बढावा देना है, साथ ही उनके रचनात्मक विचारों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है। नवाचार और प्रौद्योगिकी स्कूलों में विज्ञान प्रदर्शनियों में अक्सर अत्याधुनिक तकनीक और अभूतपूर्व नवाचारों का प्रदर्शन किया जाता है। ये हमारे जीवन और जिस दुनिया में हम रहते हैं उस पर विज्ञान के प्रभाव को प्रदर्शित करते हैं। इसमें रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलिटी सिमुलेशन और अन्य आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों की प्रदर्शनी शामिल है।विज्ञान प्रदर्शनियों को अलग बनाने वाली बात यह है कि वे पाठ्यपुस्तकों में वैज्ञानिक अवधारणाओं के बारे में पढ़ने के बजाय व्यावहारिक शिक्षा पर जोर देते हैं । छात्र सीधे वैज्ञानिक अवधारणाओं और प्रयोगों से जुड़ते हैं, जिससे उनकी समझ गहरी होती है। यह करके सीखने जैसा है, और यह विज्ञान को और अधिक रोमांचक और समझने में आसान बनाता है। विज्ञान के व्यावहारिक अनुप्रयोगों के प्रति गहरी समझ विकसित
होती है, जो अंततः उनके ज्ञान को सुदृढ़ करती है और आगे के अन्वेषण के लिए उनकी जिज्ञासा को बढ़ाती है। रचनात्मकता को बढ़ावा इसके अलावा, ये प्रदर्शनियाँ छात्रों को प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षा में शामिल करके रचनात्मकता को बढ़ावा देती हैं । छात्रों को विषय चुनने, प्रयोग करने और अपने निष्कर्षों को अभिनव तरीकों से प्रस्तुत करने की स्वतंत्रता दी जाती है। रचनात्मकता को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विज्ञान से परे जीवन के पहलुओं तक फैली हुई है। संचार कौशल को बढ़ावा छात्रों को शिक्षकों, साथियों और कभी-कभी, व्यापक दर्शकों के सामने अपनी परियोजनाएँ प्रस्तुत करने का मौका मिलता है। इन आयोजनों में भाग लेने के माध्यम से, छात्र कुशलतापूर्वक कार्यों को वितरित करते हुए दूसरों के साथ संवाद करना सीखते हैं । वे अपने ज्ञान और क्षमताओं का सहयोगात्मक रूप से उपयोग करते हुए संघर्ष समाधान में भी अनुभव प्राप्त करते हैं। आत्मविश्वास बढ़ावा विज्ञान प्रदर्शनियों में भाग लेना छात्रों में आत्मविश्वास पैदा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । जब छात्र अपने प्रयासों के परिणाम देखते हैं। पुस्तक मेला इसी प्रकार पुस्तक मेला के आयोजन से विद्यालयों मे उपयोगी पुस्तकों की उपलब्धता नही होने से छात्र-छात्राएं अच्छी जानकारियां प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं इसी उद्वेष्य को फलीभूत करने के लिए आज पुस्तक मेला का आयोजन किया गया।जिसमे विद्यालय अपने आवष्यकतानुसार उपयोगी पुस्तको को क्रय कर विद्यालय मे अधिष्ठापित पुस्तकालय में रखेंगे जिससे छात्र-छात्राएं ही नही अपितु शिक्षक भी लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार मिश्र, जिला शिक्षा अधीक्षक रामजी कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी मन्नू कुमार, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मोनीदीपा बनर्जी एवं जिले के सभी प्रखण्डो से प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी एवं सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की वार्डेन-सह-शिक्षिका उपस्थित थी।

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