

Chatra : पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आज वनाधिकार अधिनियम, 2006 एवं वन (संरक्षण एवं संवर्धन) अधिनियम, 1980 के अंतर्गत विकास परियोजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन को लेकर जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट सह प्रशिक्षण भवन हॉल चतरा में राजस्व पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी ने की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि “वनाधिकार कानूनों की गहराई से समझ और सही अनुपालन न केवल विकास परियोजनाओं को गति देगा, बल्कि स्थानीय समुदायों के अधिकारों की रक्षा भी सुनिश्चित करेगा।”
इस अवसर पर कार्यशाला में वन प्रमंडल पदाधिकारी उत्तरी राहुल मीणा, वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी मुकेश कुमार, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया सन्नी राज, अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम, अंचलाधिकारी, अंचल निरीक्षक, राजस्व कर्मचारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य
वन क्षेत्रों में विकास कार्यों से पहले जरूरी स्वीकृति प्रक्रियाओं को समझाना, संबंधित अधिनियमों के प्रावधानों की व्याख्या क्षेत्रीय स्तर पर क्रियान्वयन में आ रही व्यावहारिक चुनौतियों का समाधान, वन प्रमंडल पदाधिकारी, चतरा, द्वारा दोनों अधिनियमों की तकनीकी जानकारी दी गई और परियोजनाओं की प्रक्रिया को स्पष्ट किया गया। प्रशिक्षण में सहभागी अधिकारियों ने प्रश्नोत्तर सत्र में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यशाला के दौरान सभी उपस्थित पदाधिकारियों को दिशा-निर्देशात्मक पुस्तिका भी प्रदान की गई, जिससे वे फील्ड में कार्य करते समय सटीक कानूनी प्रक्रिया का पालन कर सकें।