जन्मजात हृदय रोग बच्चों के स्क्रीनिंग स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों और आंगनबाडी केंद्रों में मुफ्त किया जाएगा
चतरा सदर अस्पताल में जन्म जात हृदय रोग बच्चों की पहचान के लिए एक जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।यह कार्यक्रम कोल इंडिया लिमिटेड, झारखंड सरकार व श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के सौजन्य से आयोजित की गई थी।जहां बताया गया कि जन्मजात हृदय रोग: एक गंभीर चुनौतीजन्मजात हृदय रोग बच्चों में मृत्यु का एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है।इस लिए भारत में हर वर्ष लगभग 3 लाख बच्चे इस बीमारी के साथ जन्म लेते हैं, जिनमें से पहले वर्ष में 25% की मृत्यु हो जाती है। इसके अतिरिक्त,75% बच्चे मानसिक और शारीरिक विकास में कई तरह की बाधाएं होती हैं।जिस से वह बच्चा परिवार के लिए बोझ बन जाता है। सत्य साईं संजीवनी ने 2012 से अब तक 33,000 से अधिक बच्चों का मुफ्त इलाज किया है। वर्तमान में, पूरे भारत में 3,000 से अधिक बच्चे ऐसे हैं जिन्हें जन्मजात हृदय रोग के लिए ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ती है। जन्मजात हृदय रोग (CHD) के लक्षणों के बारे में जागरूक किया जाना समय की पुकार है ।जन्मजात हृदय रोग के लक्षण के बाबत बताया गया कि बच्चों को
• तेज धड़कन
• वजन न बढ़ना
• शरीर का नीलापन
• बार-बार सर्दी-खांसी होना
• सांस लेने में तकलीफ
• स्तनपान के दौरान पसीना आना
यदि इन लक्षणों में से कोई भी लक्षण किसी बच्चे में दिखाई देता है तो श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल ईलाज करने के लिए सक्षम है। चतरा जिले में जन्मजात हृदय रोग की स्क्रीनिंग के लिए विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों और आंगनबाडी केंद्रों में किया जाएगा। स्क्रीनिंग के बाद, आवश्यकता अनुसार इको टेस्ट किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चे जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित हैं। श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल पूरी तरह से नि:शुल्क ईलाज करती है। यहां किसी भी प्रकार का बिलिंग काउंटर नहीं है।
बच्चों की हृदय जांच और जागरूकता फैलाने का कार्य किया लगातार किया जा रहा है। यदि आपके किसी बच्चे को जन्मजात हृदय रोग की समस्या है, तो इस नंबर पर संपर्क 6299737695 कर समाधान निकला जा सकता है। इस संस्थान का नारा है, “बिल से नहीं, दिल से सेवा होनी चाहिए।