

लावालौंग/चतरा : थाना क्षेत्र के लमटा पंचायत के मुखिया अमित चौबे की तत्परता से एक 16 वर्षीय नाबालिक की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई। उक्त विषय की जानकारी देते हुए मुखिया के नजदीकी मंटू कुमार नें बताया कि लमटा गांव निवासी गोपाल भुइयां अपने 16 वर्षीय पुत्री पूनम कुमारी का विवाह आरसेल गांव निवासी सुनील भुइयां के साथ तय किया था। विवाह तय होने से लेकर पूनम बेहद तनाव भरी जिंदगी जी रही थी।जिसका कारण था अधेड़ उम्र के सुनील भुइयां के साथ उसका विवाह बाजबरन कराया जाना।आगे मंटू कुमार नें बताया कि घर से मौका पाकर चुपके से पूनम लमटा पंचायत भवन पहुंचकर मुखिया अमित कुमार चौबे के पास जाकर रोने लगी। और उसने उन्हें बताया कि उसके घर वाले 38 वर्षीय एवं दो बच्चों के अधेड़ पिता के साथ मेरा विवाह करना चाह रहे हैं।नौ जुलाई को विवाह का तिथि भी तय हो चुका है।घर वालों के निर्णय से मेरा जिंदगी बर्बाद होने के कगार पर खड़ा हो चुका है। पूनम नें मुखिया से अपने जिंदगी को बर्बाद होने से बचने की गुहार लगाई।इसके बाद मुखिया नें तत्परता बरतते हुए पूनम के परिजनों एवं गांव वालों के साथ बैठक करके उसके परिजनों को कड़ी फटकार लगाते हुए एवं समझा बूझाकर पूनम का बाल विवाह नहीं करने का निर्देश दिया।वहीं शादी के लिए बाजबरन दबाव बना रहे सुनील भुइयां को भी फोन से बात करके कड़ी फटकार लगाई।समझाने बुझाने के बाद पूनम के परिजनों नें अठारह वर्ष के पहले उसका विवाह नहीं करने का निर्णय लिया।वहीं मुखिया नें कहा कि अगर पूनम पढ़ना चाहती है तो उसका नामांकन कस्तूरबा बालिका विद्यालय में करवा दिया जाएगा।गौरतलब है कि दलित नाबालिक लड़की के द्वारा बाल विवाह के विरूद्ध हौसले एवं मुखिया के तत्परता के कारण पूनम और उसके परिजन तनाव भरे जिंदगी से मुक्त हुए।
लावालौंग संवाददाता,मो० साजिद