

चतरा : जब जिले के सभी कार्यालय बंद हो जाते हैं तब खुलता है सिविल सर्जन कार्यालय चतरा। फिर शाम के सात बजे से लेकर रात के 10 बजे तक दनादन किया जाता है फाइलों का निष्पादन। सबसे मजे की बात तो यह है कि इस रात्रि सेवा अवधि में इनके साथ सिर्फ वही स्टाफ होते हैं जो इनके खास होते हैं। शेष स्टाफ की छुट्टी गोपनीयता को ध्यान में रखते हुवे कर दी जाती है। ऐसे में सीएस ऑफिस का निचलातल्ला पूरे अंधेरे में डूबा रहता है। अगर हमारी बातों पर विश्वास ना हो तो सिविल सर्जन कार्यालय आकर शाम सात बजे के बाद कभी भी देख सकते हैं। एक मजे की बात यह भी है कि उनके साथ रात्रि ड्यूटी में इनके कुछ खास मातहत ही रहते हैं। अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि ऐसा कौन सा काम है जो सिविल सर्जन दिन में नहीं कर सकते हैं और रात में करते हैं। वैसे नियमतः शाम 5 बजे के बाद ऑफिस खोलने के लिए उपायुक्त महोदय से आदेश लेने का प्रावधान है। वो भी जब कभी ही विशेष परिस्थिति में ही ऑफिस खोलने का प्रावधान है। परंतु प्रत्येक दिन ऑफिस का देर शाम तक खोला जाना सीएस के कार्यप्रणाली पर संदेह खड़ा करती है।



