01 एवं 02 अगस्त को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, चतरा में आयोजित होगा आकांक्षा हाट एवं कृषि उद्यम मेला – 2025


चतरा जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभाकक्ष में आज उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जिले में आगामी “आकांक्षा हाट एवं कृषि उद्यम मेला – 2025” कार्यक्रम के आयोजन की विस्तृत जानकारी दी गई। उपायुक्त ने बताया कि यह भव्य आयोजन दिनांक 01 अगस्त 2025 को पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 05:00 बजे तक एवं दिनांक 02 अगस्त 2025 को पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 03:00 बजे तक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, चतरा में संपन्न होगा।
प्रदर्शनी एवं स्टॉल्स
इस दो दिवसीय मेले में कृषि, गव्य विकास, पशुपालन, मत्स्य, भूमि संरक्षण, JSLPS, NABARD, पोल्ट्री फार्म सहित अन्य विभागों द्वारा अपने-अपने विभागीय नवाचारों एवं उत्पादों की प्रदर्शनी हेतु स्टॉल लगाए जाएंगे। साथ ही पॉली हाउस, हाइड्रोपोनिक्स और बायोफ्लॉक जैसी आधुनिक कृषि तकनीकों के मॉडल भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
कृषि नवाचार और स्थानीय उत्पादों को मिलेगा मंच
उपायुक्त ने बताया कि चतरा जिला भारत के 112 आकांक्षी जिलों में शामिल है और मार्च 2025 की नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में यह जिला देश में अव्वल रहा है। चतरा के किसान, स्वयं सहायता समूह (SHGs) एवं कृषक उत्पादक संगठन (FPOs) परंपरागत कृषि से आगे बढ़कर जैविक, मल्चिंग एवं नवाचार आधारित कृषि उत्पादों का निर्माण कर रहे हैं।
संस्थानिक क्रेताओं की भागीदारी
स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और विपणन से जोड़ने हेतु रिलायंस, अमूल, मेधा, फारमार्ट, वेजफेड, पीसीएफ एग्रीटेक, सुविधा मार्ट समेत लगभग 30 संस्थागत क्रेताओं को आमंत्रित किया गया है, जो किसानों के उत्पादों को खरीदने व अनुबंध करने हेतु उपस्थित रहेंगे।
विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
कार्यक्रम में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची के कुलपति, पलांडू के हॉर्टिकल्चर एवं एग्रो फॉरेस्ट्री अनुसंधान केंद्र के निदेशक, BIT मेसरा के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजीव मिश्रा, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ नेचुरल रेज़िन्स एंड गम्स, नामकुम रांची के वरिष्ठ वैज्ञानिक, एवं WOW Factors के एमडी डॉ. शंकर गोयनका सहित कई विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है, जो अपने अनुभवों से किसानों को मार्गदर्शन देंगे।
स्थानीय सहभागिता एवं संवाद
चतरा जिले के सभी प्रखंडों से SHGs, FPOs एवं प्रगतिशील किसानों को आमंत्रित किया गया है। मेले में इंटरएक्शन सेशन, प्रशिक्षण कार्यशालाएं, एवं सरकारी योजनाओं की प्रस्तुति दी जाएगी, जिससे किसान ज्ञान, बाजार और नई तकनीक से सीधे जुड़ सकें।
उपायुक्त की अपील
उपायुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले के सभी कृषकों, उद्यमियों, SHG/FPO प्रतिनिधियों और संबंधित विभागों से अपील किया कि वे इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें एवं आत्मनिर्भर चतरा के लक्ष्य को और मजबूत करें।
“यह मेला न केवल चतरा के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक प्रेरणा बनेगा, जहां स्थानीय प्रतिभा और उत्पादों को राष्ट्रीय पहचान देने का प्रयास किया जा रहा है।” — उपायुक्त, चतरा