उपायुक्त कीर्तिश्री ने किया मयूरहंड प्रखंड का निरीक्षण,विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत का लिया जायजा, जनप्रतिनिधियों के साथ की समीक्षा बैठक


उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी द्वारा आज मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र का दौरा किया गया, जिसमें उन्होंने प्रखंड में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जमीनी हकीकत का अवलोकन किया। इस क्रम में उपायुक्त ने संबंधित विभागों के वरीय अधिकारियों, कार्यालय प्रमुखों, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ संयुक्त रूप से क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए।
मनरेगा पार्क का उद्घाटन एवं निरीक्षण
निरीक्षण की शुरुआत करमा पंचायत अंतर्गत अम्बा टांड़ में निर्मित मनरेगा पार्क से हुई। उपायुक्त ने नवनिर्मित पार्क का औपचारिक उद्घाटन करते हुए इस परियोजना की प्रशंसा की और लाभुकों के प्रयासों की सराहना की। यह पार्क लगभग 30 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है, जिसे पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक मनोरंजन और रोजगार सृजन के उद्देश्य से निर्मित किया गया है। उपायुक्त ने भूमि संरक्षण एवं जल संचयन के लिए दीर्घकालिक संरचनात्मक उपायों को अपनाने का निर्देश दिया, साथ ही पार्क तक सुगम आवागमन हेतु सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ करने की योजना शीघ्र स्वीकृत करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए।
अनजानवा जलाशय को पर्यटन व सिंचाई के केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश
इसके पश्चात उपायुक्त ने मँझगांवा पंचायत स्थित अनजानवा जलाशय का निरीक्षण किया। उन्होंने जलाशय के गहरीकरण, सौंदर्यीकरण एवं साफ-सफाई के साथ-साथ इसके पर्यटन एवं सिंचाई के उपयोगी केंद्र के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को एक आदर्श ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएँ हैं, जिससे स्थानीय रोजगार को भी बल मिलेगा।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
निरीक्षण कार्यक्रम के तहत उपायुक्त ने प्रखंड मुख्यालय मयूरहंड में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी जायजा लिया। उन्होंने उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, औषधि भंडारण, साफ-सफाई और मरीजों को दी जा रही सेवाओं का मूल्यांकन किया तथा स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को और प्रभावी एवं संवेदनशील बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय का निरीक्षण
इसके उपरांत उपायुक्त ने झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय, मयूरहंड का निरीक्षण किया और छात्राओं के लिए उपलब्ध आवासीय सुविधाएं, भोजन की गुणवत्ता, सुरक्षा व्यवस्था, शिक्षण व्यवस्था एवं स्वच्छता संबंधी व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने विद्यालय प्रशासन को बालिकाओं की पढ़ाई और स्वास्थ्य में किसी प्रकार की बाधा न आने देने हेतु सभी बुनियादी सुविधाएं समय पर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
प्रखंड सह अंचल कार्यालय में जनप्रतिनिधियों से संवाद व आमजनों की शिकायतें सुनीं
निरीक्षण उपरांत उपायुक्त ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय का दौरा कर वहां उपस्थित मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, प्रमुख, जिला परिषद सदस्य एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने प्रखंड के समग्र विकास, योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं एवं स्थानीय समस्याओं पर खुली चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने प्रखंड कार्यालय में उपस्थित आम नागरिकों की व्यक्तिगत शिकायतें एवं समस्याएं भी सुनीं और उनके त्वरित निष्पादन के लिए संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
कार्य निष्पादन में पारदर्शिता और संवेदनशीलता का निर्देश
निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों से पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और कार्य निष्पादन में संवेदनशीलता बरतने की अपेक्षा जताई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि योजनाओं के कार्यान्वयन में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आमजन को योजनाओं का वास्तविक लाभ दिलाना ही प्राथमिकता है।
पारंपरिक स्वागत ने बढ़ाया गौरव
इस अवसर पर उपायुक्त के आगमन पर झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूह की दीदियों ने झारखंडी पारंपरिक संस्कृति के अनुरूप पत्ते की टोपी एवं पुष्पमाला पहनाकर उनका अभिनंदन किया और उनका आभार प्रकट किया।
परोरिया गांव में जेएसएलपीएस की आजीविका गतिविधियों का निरीक्षण
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी ने परोरिया गांव का दौरा कर वहाँ झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) द्वारा संचालित विभिन्न आजीविका संवर्धन गतिविधियों का निरीक्षण किया। उपायुक्त ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित आटा मिल, सरसो तेल मिल इकाइयों का अवलोकन किया और समूह की दीदियों द्वारा की जा रही इन गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने मौके पर मौजूद पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इन इकाइयों को बाजार से जोड़ने, तकनीकी सहयोग प्रदान करने और वित्तीय सुदृढ़ता हेतु सभी आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार, महिला सशक्तिकरण एवं आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिल सके।उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की सक्रियता ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
गाय पालन कर स्वरोजगार की मिसाल बनीं राधा देवी, उपायुक्त ने किया उत्साहवर्धन
उपायुक्त ने परोरिया उत्तरवारी में JSLPS समूह की सदस्य राधा देवी (पति – मदन यादव) से मुलाकात की, जो समूह से जुड़कर ₹2 लाख का ऋण लेकर गाय पालन कर रही हैं। वर्तमान में उनके पास 12 गायें हैं, जिनसे वह प्रतिदिन लगभग 160 लीटर दूध का उत्पादन कर रही हैं। इस दूध का एक हिस्सा स्थानीय बाजार में जबकि करीब 80 लीटर दूध अमूल कंपनी को आपूर्ति किया जाता है। इससे राधा देवी की मासिक आय लगभग ₹35,000 से ₹40,000 तक हो जाती है, जिससे वह न केवल आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि अपने परिवार के आर्थिक जीवनस्तर को भी सशक्त कर रही हैं। उपायुक्त ने राधा देवी की इस प्रेरणादायक आजीविका पहल की सराहना की तथा समूह की अन्य दीदियों से भी संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया सन्नी राज, अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम, जिला नियोजन पदाधिकारी मन्नू कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी निखत प्रवीण, प्रखंड विकास पदाधिकारी मयूरहंड, जनप्रतिनिधित, जेएसएलपीएस के डीपीएम समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।