चतरा में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और शहरी सौंदर्यीकरण की दिशा में तेजी से हो रहा कार्य,उपायुक्त ने किया विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण


Chatra : उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री ने आज देर शाम जिले के शहरी क्षेत्र में संचालित प्रमुख विकास परियोजनाओं का स्थल पर जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उनके साथ दक्षिणी वन प्रमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार, उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, सिमरिया अनुमंडल पदाधिकारी सन्नी राज, एवं नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी बिनीता कुमारी उपस्थित रहीं।
गीरवा में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाओं का निरीक्षण
निरीक्षण की शुरुआत सदर प्रखंड अंतर्गत गीरवा में साढ़े तीन एकड़ भूमि पर निर्माणाधीन सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट और एक एकड़ क्षेत्र में बन रहे फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (FSTP) से हुई।
नगर परिषद की ओर से जानकारी दी गई कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण कार्य वन विभाग एवं वाइल्डलाइफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं मिलने के कारण फिलहाल रुका हुआ है। उपायुक्त ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए शीघ्र NOC उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वहीं, एफएसटीपी (Faceal Sludge Treatment Plant) के निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने निर्माण की गुणवत्ता बनाए रखने और कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया को लगातार कार्य का मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया। इन परियोजनाओं के पूरा होने से नगर परिषद क्षेत्र में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन व्यवस्था सुदृढ़ होगी, जिससे स्वच्छता, पर्यावरणीय संतुलन और सार्वजनिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचेगा।
75 एकड़ में विकसित हो रहा है ईको पार्क — चतरा को मिलेगा एक भव्य हरित उपहार
निरीक्षण का अगला चरण जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के पीछे बन रहे ईको पार्क का रहा, जिसे चतरा दक्षिणी वन प्रमंडल द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह पार्क लगभग 75 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे दो हिस्सों में विभाजित किया गया है: प्राकृतिक वन क्षेत्र — जिसमें मौजूदा वन संरक्षित रहेगा, मनोरंजन एवं जागरूकता क्षेत्र — जहाँ नागरिकों को प्रकृति से जोड़ने हेतु विविध संरचनाएं बनाई जा रही हैं।
पार्क में निर्माणाधीन प्रमुख सुविधाएं:
चिल्ड्रन जोन, ओपन थिएटर, एडमिन भवन, एनआईसी (प्राकृतिक सूचना केंद्र), कैक्टस हाउस, कैंटीन, म्यूजिकल फाउंटेन, सुंदर लैंडस्केपिंग और हरित पथ, गुलाब गार्डन
उपायुक्त ने इन कार्यों की प्रगति की निरीक्षण करते हुए इसे चतरा के लिए एक ऐतिहासिक पहल बताया। उन्होंने कहा कि इस पार्क के निर्माण से चतरा की जनता को मनोरंजन का एक भव्य और हरित स्थल मिलेगा, जो साथ ही पर्यावरणीय जागरूकता का केंद्र भी बनेगा। उपायुक्त ने सीएसआर मद से अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने की बात भी कही, जिससे कार्यों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण रूप से पूरा किया जा सके। वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री मुकेश कुमार ने बताया कि पार्क में दो मुख्य प्रवेश द्वार होंगे और यह क्षेत्र चतरा के पर्यटन, पर्यावरण शिक्षा और सामुदायिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
चतरा जिला प्रशासन – जनहित, पर्यावरण और स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध
जिला प्रशासन द्वारा संचालित ये परियोजनाएं न केवल स्थायी विकास, स्वच्छता मिशन और हरित झारखंड की दिशा में प्रयासों को गति देंगी, बल्कि चतरा को एक आधुनिक, हरित और स्वच्छ शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।