

चतरा जिला के हंटरगंज प्रखण्ड स्थित रामनारायण मेमोरियल डिग्री कॉलेज में विश्व जन संख्या दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।यह कार्यक्रम एनएसएस एवं भूगोल विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई।इस कार्यक्रम का नेतृत्व एनएसएस पीओ डॉक्टर फहीम अहमद एवं भूगोल विभाग की व्याख्याता प्रोफेसर पूजा सिंह ने किया ।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो० जैनेंद्र कुमार सिंह एवं संचालन एनएसएस की एक्टिव वॉलंटियर शौर्या कुमारी ने किया। इस वर्ष की थीम”युवाओं को सशक्त बनाना ताकि वे एक न्यायपूर्ण और आशावादी विश्व में अपनी पसंद के परिवार बना सकें।इस थीम पर वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे।वक्ताओं ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत 11 जुलाई 1987 को तब हुई थी,जब विश्व की जनसंख्या 5 अरब के आंकड़े को पार कर गई थी।इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा स्थापित किया गया था। ताकि जनसंख्या से जुड़े मुद्दों पर विश्व का ध्यान केंद्रित किया जा सके। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या वृद्धि के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना बताया गया।परिवार नियोजन,लैंगिक समानता और स्वास्थ्य सेवाओं की अहमियत पर बल दिया गया। पर्यावरणीय असंतुलन और संसाधनों पर दबाव की ओर ध्यान आकर्षित करना भी है।. विश्व जनसंख्या दिवस के मुख्य बिंदुओं जैसे जनसंख्या नियंत्रण की आवश्यकता,शिक्षा और जागरूकता का महत्व,परिवार नियोजन के उपाय,युवाओं की भागीदारी,पर्यावरण संतुलन बनाए रखना,सरकारी नीतियाँ और योजनाएँ,स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता,महिलाओं की भूमिका और अधिकार,सतत विकास के लक्ष्य,वैश्विक सहयोग और प्रयास पर व्यापक रूप से चर्चा किया गया।बढ़ती इस मौके छात्रा शौर्या कुमारी ने कहा कि चीन भारत की ही तरह विश्व भर में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है लेकिन विश्व में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में चीन दूसरे स्थान पर आता है वहां के टेक्नोलॉजी विकसित है वहां बेरोजगारी भारत की तुलना में कम है।चीन में जनसंख्या को आपदा की तरह नहीं बल्कि अवसर की तरह देखा जाता है। भारत युवाओं का देश है यदि यहां के युवाओं को शिक्षित, कौशल युक्त बनाया जाए तो वह अपनी स्टार्टअप स्टार्ट कर चीन के बराबरी कर सकता है। अर्थव्यवस्था जहां ग्रोथ करेगा। जिस से देश को काफी फायदा होगा।भारत के 70 करोड़ युवाओं के हाथ सफाई और वृक्षारोपण में लग जाए तो देश में एक नई क्रांति आ सकती है। भारत को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था सबसे स्वच्छ देश और नैतिक मूल्यों वाला देश बनने से कोई नहीं रोक सकताइस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो० जैनेंद्र कुमार सिंह प्रोफेसर पूजा सिंह, आदित्य कुमार,सचिन कुमार,दिलीप कुमार ने भी अपने वक्तव्य रखा। इस कार्यक्रम कॉलेज के व्याख्याता,कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे।