इटखोरी के नवादा कब्रिस्तान विवाद में मुसलमानों को फंसाने की साजिश का पुलिस ने किया खुलासा


चतरा के इटखोरी पुलिस ने सकेन्द्र भुइयाँ के हत्याकांड मामले पर बड़ा खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम लालधारी भुईयाँ और बहादुर भुईयाँ हैं। उनके पास से एक BALTRA कंपनी का इंडेक्शन चूल्हा, एक स्टील का पतीला और रेडमी कंपनी का एक मोबाइल बरामद हुआ है। मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी अमिता लकड़ा ने बताया कि चतरा जिले के इटखोरी थाना क्षेत्र के ग्राम नवादा में 13 अक्टूबर को हुई हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक ने इटखोरी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।थाना प्रभारी ने गुप्त सूचना के आधार पर लालधारी भुइयाँ से पूछताछ की, जिसने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि उसने 12/13 अक्टूबर की रात को इटखोरी चौपारण में अरकेस्ट्रा देखने के बाद जब सुबह करीब 3 बजे घर लौटा तो उसने सकेन्द्र भुइयाँ को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाया। उसने मुँह दबाकर सकेन्द्र भुइयाँ की हत्या कर दी और फिर इंडेक्सन चुल्हे में पानी गरम करके खौलता पानी उसके पीठ, पैर और बाँह पर डाल दिया। कब्रिस्तान को लेकर चल रहे जमीनी विवाद के कारण मुसलमानों को फंसाने की नियत से उसने मृतक के भाई बहादुर भुइयाँ के साथ मिलकर लाश को कब्रिस्तान के पास ले जाकर फेंक दिया और अन्य लोगों के साथ मिलकर मामले को साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास किया। पुलिस ने लालधारी भुइयाँ और बहादुर भुइयाँ को गिरफ्तार कर लिया है और दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। छापेमारी दल में पुलिस उपाधीक्षक अमिता लकड़ा, पुलिस निरीक्षक मंजू कुमारी, थाना प्रभारी इटखोरी अभिषेक कुमार सिंह, पु०अ०नि० दिलबाग सिंह, पु०अ०नि० हरिद्वार प्रसाद मंडल, स०अ०नि० दुखी राम महतो, महिला गृहरक्षक कलिता कुमारी, म०स०पु० चाँदनी कुमारी, सशस्त्र हव0 रविन्द्र ओझा और सशस्त्र आरक्षी कृष्णापति तिवारी शामिल थे।