Recent Posts

newscraftrashtriya@gmail.com
Friday, October 24, 2025
Chatra News

जिला स्तरीय एक दिवसीय जीवनांक संबंधित प्रशिक्षण सह कार्यशाला का उपायुक्त ने किया शुभारंभ

 चतरा :-डीआरडीए स्थित प्रशिक्षण भवन हॉल में जिला सांख्यिकी कार्यालय चतरा द्वारा जिला स्तरीय एक दिवसीय जीवनांक संबंधित प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त श्री अबु इमरान शामिल होकर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

उन्होंने प्रशिक्षण सह कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जन्म और मृत्यु का निबंधन अतिआवश्यक है। इस आंकड़े का प्रयोग सरकार द्वारा विकास के लिए बजट निर्माण करने के लिए किया जाता है। कार्यशाला के माध्यम से जन्म मृत्यु निबंधन की जो जानकारी दी जा रही उसे जन जन तक पहुंचाए और लोगों को इसका महत्व की जानकारी दें। साथ ही कहा कि ससमय निबंधन निःशुल्क है और मामूली विलंब शुल्क के साथ इसे बाद में भी कराया जा सकता है। उन्होंने जन्म मृत्यु के रजिस्ट्रारों की भूमिका के बारे में बताते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्राधिकार के अंर्तगत होने वाले जन्म मृत्यु की घटना का निबंधन सूचक द्वारा दी गयी सूचना एवं स्वयं घटना का संज्ञान में लेकर ससमय करेंगे। अतः निबन्धकों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जन्म- मृत्यु निबंधन की प्रक्रिया को पी पी टी के माध्यम से लोगों को आसानी से समझाया गया साथ ही CRS पोर्टल और सॉफ्टवेयर में लाइव डेमो के साथ निबंधन कर बताया गया!सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रपत्रों के भरने, जन्म मृत्यु निबंधन का इतिहास पर प्रकाश डाला गया साथ ही एमसीसीडी सर्टिफिकेट, प्राइवेट हॉस्पिटल को रिपोर्टिंग यूनिट बनाने, फर्जी प्रमाण पत्र को रोकने, जन्म मृत्यु के आंकड़ो का नीति निर्माण में उपयोग पंजीकरण यूनिट का निरीक्षण प्रतिवेदन, चतरा जिला का जन्म मृत्यु का स्टेटिकल डाटा प्रस्तुत करते हुए निबंधन प्रतिशत को बढ़ाने के लिए अपील किया गया।

प्रशिक्षणकर्ता के रूप मे जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अनूप कुमार, सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा एवं कंप्यूटर ऑपरेटर थे। प्रशिक्षण के दौरान VITAL से संबंधित बुकलेट एवं प्रशिक्षण सामग्री का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम को मुख्य रूप से तीन सत्र में विभाजित कर प्रशिक्षित किया गया- आरबीडी एक्ट 1969 / जेएच- 2009 की जानकारी, पावर ऑफ प्रेजेंटेशन / सीएसआर पोर्टल एवं चर्चा/ प्रश्नोत्तरी के रूप में किया गया।

जन्म हो या मरण क्यों जरूरी है पंजीकरण

परिवार में हुए जन्म मृत्यु की सूचना 21 दिनों के अंदर अपने पंचायत नगर परिषद नगर पंचायत में देकर निबंधन कराएं एवं निशुल्क प्रमाण पत्र पाए इस कार्य में अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका की भी सेवा प्राप्त की जा सकती है 21 दिनों बाद विलंब शुल्क के साथ निबंधन का भी प्रावधान है सरकारी अस्पताल में घटित जन्म मृत्यु का प्रमाण पत्र उसी सरकारी अस्पताल में निशुल्क प्राप्त किया जा सकता है।

जन्म निबंधन कराना इसलिए आवश्यक है।

जन्म की तिथि एवं स्थान का प्रमाणिक दस्तावेज स्कूल में प्रवेश हेतु राशन कार्ड में नाम दर्ज कराने हेतु, ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में विदेश यात्राओं के लिए पासपोर्ट बनाने में, मताधिकार प्राप्त करने के लिए, वृद्धावस्था बालिका समृद्धि सुकन्या योजना एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड के लिए, देश के वर्तमान जनसंख्या की स्थिति हेतु।

मृत्यु का निबंधन क्यों आवश्यक है। मृत्यु तिथि का प्रमाणिक दस्तावेज है पैतृक संपत्ति के दावे का निराकरण हेतु, कोर्ट कचहरी हेतु, जीवन बीमा, बैंक खाते हेतु, दुर्घटना में मुआवजा हेतु, चिकित्सा विज्ञान के विकास हेतु, जनसंख्या वृद्धि दर को नियंत्रित करने हेतु। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त उत्कर्ष गुप्ता, डीआरडीए निदेशक अरुण कुमार एक्का, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अनूप कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा, जिला शिक्षा अधीक्षक अभिषेक बड़ाइक, विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी, पंचायत सचिव, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, जिले के अनेक विभागों के कंप्यूटर ऑपरेटर के अलावा जन्म-मृत्यु से जुड़े सभी कर्मी एवं सभी संबंधित कार्यालय के कंप्युटर ऑपरेटर उपस्थित थे।

Leave a Response