सदर अस्पताल चतरा पहुंच उप विकास आयुक्त ने किया ‘मिशन इंद्रधनुष 5.0’ का विधिवत शुभारंभ,गर्भवती महिलाओं एवं जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का दिया निर्देश।



चतरा :- मिशन इंद्रधनुष 5.0″ अभियान के प्रथम चरण की शुरुआत आज हो गई है। उप विकास आयुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता सदर अस्पताल चतरा पहुँच “मिशन इंद्रधनुष 5.0” का विधिवत रूप से उद्घाटन किया। इस दौरान सिविल सर्जन चतरा डॉ जगदीश प्रसाद ने उप विकास आयुक्त के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि मिशन इंद्रधनुष के बेहतर संचालन हेतु कुल 445 सेशन साइट बनाए गए है। जिनके माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों को छूटे हुए टीके लगाए जाएंगे। मिशन इंद्रधनुष’ अभियान तीन चरणों में चलेगा। प्रथम चरण 7 से 12 अगस्त, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर व तीसरा चरण 9-14 अक्टूबर तक संचालित किया जाएगा। इस दौरान ऐसी गर्भवती महिलाओं एवं जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा, जो किसी कारणवश टीका नहीं लगवा पाए थे। टीकाकरण से पूर्व लाभार्थी का पंजीकरण यू-विन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। पंजीकरण एवं रिपोर्टिंग यू-विन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। मौके पर उप विकास आयुक्त ने संबोधित करते हुए “मिशन इंद्रधनुष 5.0″ के सफल संचालन एवं शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों को आपस में समन्वय बनाकर मुहिम के तहत कार्य करने का निर्देश दिया। उप विकास आयुक्त ने जिले के गर्भवती महिलाओं एवं जन्म से 5 वर्ष तक के छूटे हुए बच्चों के अभिभावकों से भी अपील किया कि वह अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य करवाएं, जिससे बच्चों के समेकित विकास के साथ-साथ उनका इम्यूनिटी सिस्टम में भी वृद्धि हो। टीकाकरण बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए कितना महत्वपूर्ण है इस संबंध में भी उप विकास आयुक्त ने कई प्रमुख बातें कहीं। उन्होंने सभी संबंधित को उत्तरदायित्व पूर्ण एवं प्राथमिकता के आधार पर सभी चरणों में शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। साथ हीं ससमय समीक्षा एवं प्रतिदिन होने वाले टीकाकरण का रिपोर्ट भी साझा करने को कहा। कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त एवं सिविल सर्जन द्वारा वहां उपस्थित बच्चों को पोलियो ड्रॉप भी पिलाया गया। मिशन इंद्रधनुष 5.0” के उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से सिविल सर्जन चतरा डॉ जागीदिश प्रसाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉक्टर दीपक कुमार समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।