इटखोरी अवस्थित भद्रकाली महाविद्यालय में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया! इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दुलार हजाम ने की। कार्यक्रम में हिंदी की महत्ता एवं उपयोगिता विषय पर परिचर्चा की गई वक्ताओं ने हिंदी को राष्ट्र की गरिमा और गौरव बताया। हिंदी विभाग के वरिष्ठ व्याख्याता जानकी प्रसाद दांगी ने हिंदी को राष्ट्र की प्राणधारा बताते हुए संपर्क भाषा के रूप में इसकी उपयोगिता और महत्व पर प्रकाश डाला। प्राचार्य डॉ दुलार हजाम ने हिंदी को राष्ट्र की एकता और अखंडता का प्रतीक बताते हुए संपूर्ण भारत को एक सूत्र में पिरोने वाली भाषा की संज्ञा दी। समसत्र तीन की छात्रा अंकिता कुमारी ने हिंदी के महत्व पर व्यापक रूप से प्रकाश डालते हुए हिंदी को राष्ट्र की गरिमा से जोड़कर राष्ट्रवादी विचारों का वाहक बताई। कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। हिंदी विभाग के प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने तन भी हिंदी मन भी हिंदी हिंदी मेरी काया है कविता प्रस्तुत कर हिंदी के प्रति अपने उद्गार व्यक्त किए। कार्यक्रम में प्रोफेसर महेंद्र ठाकुर प्रोफ़ेसर ललित मोहन चौधरी प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार प्रोफेसर पंकज कुमार प्रोफेसर संदीप कुमार प्रोफेसर मधुबाला के साथ-साथ सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम का मंच संचालन हिंदी विभाग के प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय के द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग के वरिष्ठ व्याख्याता श्याम सुंदर प्रसाद जी के द्वारा किया गया।
add a comment