जगन्नाथपुर, धुर्वा से ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ यात्रा पूरे विधि-विधान और भव्यता के साथ मुख्य मंदिर से मौसीबाड़ी पहुंची


Ranchi : झारखंड की राजधानी रांची के जगन्नाथपुर, धुर्वा से ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ यात्रा पूरे विधि-विधान और भव्यता के साथ मुख्य मंदिर से मौसीबाड़ी पहुंची। इस पवित्र यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, और सुभद्रा के रथ को हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक खींचा, और रथ यात्रा अपने गंतव्य तक पहुंची। इस दौरान जिला प्रशासन और पुलिस की पूरी टीम ने चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की, जिससे यह आयोजन सुचारू और सुरक्षित रूप से संपन्न हुआ।
प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जिला प्रशासन ने रथ यात्रा और इसके साथ आयोजित होने वाले रथ यात्रा के लिए व्यापक तैयारियां की थीं।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
रथ यात्रा मार्ग और मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन, और वॉच टावर स्थापित किए गए। पुलिसकर्मी, पुरुष और महिला, के साथ-साथ मजिस्ट्रेट तैनात किए गए। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भीड़ पर नजर रखने के लिए मौजूद रहे। नीलाद्री भवन में एक कमांड सेंटर स्थापित किया गया, जहां ड्रोन और सीसीटीवी फुटेज से निगरानी की जा रही हैं।
सुचारु यात्रा के लिए यातायात प्रबंधन
रथ यात्रा के दौरान सुगम यातायात के लिए धुर्वा गोलचक्कर से पुराना विधानसभा, प्रभात तारा मैदान से शालीमार बाजार चौक, तिरिल मोड़ से मौसीबाड़ी गोलचक्कर, और अन्य मार्गों पर वाहनों का प्रवेश निषेध रहा।
रथ यात्रा के दौरान पुलिस महानिरीक्षक श्री मनोज कौशिक, उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी राँची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री, डीआईजी सह वरीय पुलिस अधीक्षक रांची श्री चंदन कुमार सिन्हा, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) श्री राजेश्वर नाथ आलोक, पुलिस अधीक्षक (नगर) श्री अजित कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) श्री उत्कर्ष कुमार, जिला नजारत उप समाहर्ता डॉ. सुदेश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक (हटिया व सदर), और अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद रहे। इनके नेतृत्व में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित की गईं।
उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने भी श्रद्धा पूर्वक भगवान के रथ को खींचा। इस दौरान उन्होंने पुरे विधि व्यवस्था पर नजर बनाए रखा था और मेला में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहें थे।
जिला प्रशासन और मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस पवित्र आयोजन में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।