कृष्ण बल्लभ सहाय और सिद्धू कान्हू की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने की घटना पर हजारीबाग में विरोध; एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी


हजारीबाग, हजारीबाग में राष्ट्रनायकों की प्रतिमाओं के साथ हुई तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की जिला इकाई ने कड़ा रुख अपनाया है। शुक्रवार को प्रधान कैफेटेरिया सभागार में आयोजित एक आपात बैठक में महासभा ने एकीकृत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं धरतीपुत्र श्री कृष्ण बल्लभ सहाय और वीर स्वतंत्रता सेनानी सिद्धू कान्हू की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की कड़ी निंदा की।
बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दीपक नाथ सहाय ने की। उन्होंने कहा कि संत कोलंबस महाविद्यालय के समीप पार्क में स्थित श्री कृष्ण बल्लभ सहाय की आदमकद प्रतिमा को जानबूझकर क्षतिग्रस्त किया गया है, जबकि पी.डब्ल्यू.डी. चौक पर सिद्धू कान्हू की प्रतिमा के साथ भी अपमानजनक छेड़छाड़ की गई, जो न केवल एक गंभीर आपराधिक कृत्य है, बल्कि शहर की गरिमा और इतिहास पर सीधा प्रहार है।
महासभा ने इस घटना को लेकर हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन से यह मांग की है कि अपराधियों की पहचान कर उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए। महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो संगठन समाहरणालय के समक्ष एकदिवसीय भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन करेगा।
बैठक में शामिल प्रमुख सदस्य : अनिल कुमार लाल – कार्यकारी जिला अध्यक्ष, नवल किशोर प्रसाद – वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डॉ. प्रभात कुमार प्रधान – जिला मंत्री, शशिकांत श्रीवास्तव – जिला संगठन मंत्री, अंजनी कुमार सिन्हा – जिला कोषाध्यक्ष, राजीव रंजन – जिला महामंत्री, ललित मोहन – कार्यालय प्रभारी, बैजनाथ लाल – अध्यक्ष, उत्तरी शिवपुरी, संजय कुमार सिन्हा – कार्यकारी अध्यक्ष, शिवपुरी,
सुधा वर्मा – महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष, प्रियंका सिन्हा – युवा अध्यक्ष, संयुक्त सिन्हा – उपाध्यक्ष, शशि भूषण प्रसाद, उपेंद्र कुमार सिन्हा – कार्यकारिणी सदस्य
बैठक के अंत में सभी सदस्यों ने एकमत से यह निर्णय लिया कि ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और समाज के महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा के लिए संगठन सड़क से सदन तक संघर्ष करेगा।
यह बैठक न केवल आक्रोश की अभिव्यक्ति थी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए एक संगठित चेतावनी भी।