

चतरा / जोरी :-अफीम की खेती रोकथाम को लेकर ग्रामीणों के साथ वशिष्ट नगर ( जोरी) थाना पुलिस और वन विभाग ने बैठक का आयोजन किया।बैठक की अध्यक्षता थाना प्रभारी परमानंद कुमार मेहरा ने किया। बैठक जोरी थाना अंतर्गत पहेसबार तथा पांडरकोला गांव के ग्रामीणों के बिच हुई। बैठक में ग्रामीणों को अफीम की खेती को रोकथाम व वनों को संरक्षण को लेकर जागरूक किया गया। थाना प्रभारी मेहरा ने सुझाव रखते हुए कहा की अफीम की खेती किसी भी दृष्टिकोण से सभ्यसमाज हित में नहीं है। यह समाज को मानसिक व शारीरिक रूप से विकलांग बना देता है। आगे कहा कि आमजन किसी के बहकावे में ना आए, किसी भी परिस्थिति में थाना क्षेत्र के अंतर्गत अफीम की खेती नहीं होने दी जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि इस जनजागरूकता के उपरांत भी यदी अफीम की खेती मे किसी को संलिप्ता पाए जाने की सूचना प्राप्त होती है, तो एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, वही उन्होंने कहा कि यदी गांव व वन भूमि पर अफीम की खेती लगाए जाने की सूचना मिलती है, तो इसकी सूचना जोरी थाना पुलिस को सूचित करें। इसकी जानकारी गुप्त रखी जाएगी। तथा लोगों को सम्बोधित करते हुए थाना प्रभारी ने कहा की अफीम की खेती रासायनिक संरचना व गुण दोनों हानिकारक है। इसे खाने पर शरीर को नशा युक्त कर देता है। और इसकी अवैध कमाई पाने पर मन में उन्माद जगाता है, जिससे हमारा समाज अपराध की ओर चला जाता है। थाना प्रभारी “परमानंद कुमार मेहरा” ने थाना क्षेत्र वासियों से निवेदन करते हुए का कि यदि हम अपने आने वाले पीढ़ी, अपने समाज, का बेहतर भविष्य चाहते हैं, तो अफीम खेती छोड़ना होगा। बैठक के बाद थाना प्रभारी ने उपस्थित लोगों से अफीम की खेती न करने व गांव में न किसी को करने देने की शपथ दिलाई। इस जागरुकता अभियान में प्रभारी उप परिसर पदाधिकारी सुरेश कुमार दास, जितेंद्र दास, जोलडीहा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रूपलाल भुइयां, उप मुखिया त्रिदेव गंझू, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, पशुरक्षक भागीरथ सिंह, सुखदेव राम के आलावे सैकड़ों स्थानीय लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
संवाददाता मो० साजिद