

चतरा : राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के द्वारा महीला आरक्षण को लेकर रैली प्रदर्शन किया गया, रैली का संचालन राष्टीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष श्यामदेव मेहता ने किया, मोर्चा के लोगो ने चतरा कॉलेज मैदान में इकट्ठा होकर रैली निकाली रैली डीसी आवास होते हुवे समरहनालय के पास पहुंच कर सभा में तब्दील हो गई, रैली में बड़ी संख्या में महिला व पुरुष सामिल थे,इस दौरान लोगो ने जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिसेदारी, नारी शक्ति वंदन एक धोखा है, ओबीसी महिलाओं को संख्या के अनुपात में हिसेदारी देना होगी आदि नारे लगाए, सामर्णहालय के पास पहुंचने के बाद वक्ताओं ने लोगो को संबोधित किया, तत्पश्चात चार सूत्री मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा, राष्टीय मुलनीवासी महिला संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष पूनम यादव ने कहा की वर्तमान आरएसएस व भाजपा की सरकार ने महिला आरक्षण के नाम पर नारी वंदन अधिनियम ला कर ओबीसी महिलाओं को लोक सभा व विधान सभा में जाने रोकने का संयंत्र है, ओबीसी महिलाओं को आरक्षण से वंचित किया गया, इसके अलाव एससी व एसटी महिलाओं को भी पूर्व से आरक्षित सीटों पर ही आरक्षण दिया गया है, जो गलत है हम केंद्र सरकार एससी,एसटी, ओबीसी व मैनोरिटि के महिलाओं के लिए अलग से सेपरेट इलेक्ट्रोड की मांग करते है, जिससे वंचित समाज को महिलाएं भी लोक सभा व विधान सभा में अपने समाज के महिलाओं की आवाज उठा सके, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के संयोजक केदार दांगी ने कहा की महिला बिल में sc,st, OBC महिलाओं के लिए कुछ विशेष नहीं है, खास कर ओबीसी महिलाओं को पूर्ण रुप से प्रतिनिधित्व से वंचित कर दिया गया है, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्षा रामभरोस यादव ने कहा की ओबीसी महिलाओं को आरक्षण नहीं दिया गाय हैं, महिला आरक्षण का झांसा देकर ओबीसी वर्ग के एक बड़े वर्ग के महिलाओं को विधान सभा और लोक सभा में जाने से रोकने का प्रयाश किया गया है, इसे लेकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विकाश पटेल ने तीन चरणो अंदोलन का घोषणा किए थे, जिसका आज अन्तिम चारण है, अगर सरकार अब भी नही हमारी मांगों पर विचार करती है तो भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा, इस अंदोलन में बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्टीय आदिवासी एकता परिषद, राष्ट्रीय किसान मोर्चा, भारती विद्यार्थी मोर्चा, राष्ट्रीय मुलनीवासी महिला संघ के सदस्य भी सामिल हुवे, मौके पर मुख्या आंचला कुमारी, मुखिया सोनिया देवी, रेशमी देवी, मालती उरांव, सबिता देवी, सुमंति बांडो, रीना देवी, चमेली देवी, संगीता देवी, सुनीता देवी,धनेश्वर यादव, दिनेश दांगी, अशोक दांगी, रामेश्वर यादव, चंद्रमोहन पासवान, इंद्रदेव ठाकुर,शुबाश कुमार, केशवर प्रसाद दांगी, चिंता देवी, मनोज यादव, चंद्रदेव शर्मा, नादकिशोर ठाकुर, समेत सैकड़ों महिला पुरुष सामिल थे,