

चतरा : जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट सह प्रशिक्षण भवन हॉल में उप विकास आयुक्त चतरा श्री अमरेंद्र कुमार सिन्हा की अध्यक्षता मे समग्र शिक्षा, नई शिक्षा नीति से संबंधित मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। उक्त सम्मेलन में जिले के मुखिया एवं प्रमुख उपस्थित हुए, जिसमे समग्र शिक्षा, नई शिक्षा नीति पर विशेष रूप से चर्चा की गई, इस सम्मेलन में जिला परिषद अध्यक्ष ममता कुमारी, उपाध्यक्ष ब्रज किशोर तिवारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, दिनेश कुमार मिश्र, जिला शिक्षा अधीक्षक, रामजी कुमार, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, अम्बुज राज लक्ष्मी प्रभाग प्रभारी-सह- सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी, मनोज कुमार अम्बष्ठ एवं सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी राकेश कुमार पाण्डेय एवं जिले के सभी प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी इस सम्मेलन मे उपस्थित थे। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष ममता कुमारी, जिला परिषद उपाध्यक्ष ब्रिज किशोर तिवारी,उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा द्वारा संयुक्त रूप से विधिवत द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। पंचायती राज संस्थान प्रतिनिधियों को शिक्षा के क्षेत्र मे अहम भूमिका है। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम,समग्र शिक्षा एवं नई शिक्षा नीति में पंचायत प्रतिनिधि/ स्थानीय प्राधिकार को महत्वपूर्ण कार्य दिये गये हैं। स्थानीय प्राधिकार को 3 से 18 आयुवर्ग के सभी बच्चों का शिशु पंजी अद्यतीकरण, नामांकन, ठहराव एवं 12 वीं कक्षा तक की शिक्षा पूर्ण कराने की जिम्मेवारी दिया गया है। इस जिम्मवारी को पूर्ण करने हेतु समय-समय पर इनका उन्मुखीकरण किया जाता है। इस हेतु जिला स्तर पर मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया है। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्थानीय प्राधिकार (मुखिया) का कार्य एवं दायित्व की जानकारी दी गई। यथा अपने क्षेत्राधीन 6-14 आयुवर्ग के सभी बच्चों का ग्राम षिक्षा रजिस्टर तैयार करना एवं प्रतिवर्ष अद्यतन करना।,प्राथमिक षिक्षा बीच मे छोडने वाले बच्चों को चिन्हित कर उनका नामांकन पुनः विद्यालय मे कराना, बच्चो को दी जाने वाली सुविधाओं का वितरण एवं मध्याह्न भोजन वितरण का पर्यवेक्षण करना, प्रारंभिक शिक्षा के लिए स्कूलों का सामाजिक अंकेक्षण एवं ग्राम सभा का आयोजन, क्षेत्राधीन विद्यालयों का निरीक्षण करना एवं निरीक्षण टिप्पणी विद्यालय प्रबंधन समिति को उपलब्ध कराना, प्रारंभिक विद्यालयों के षिक्षकों (पारा शिक्षकों सहित) की नियमित उपस्थिति का अनुश्रवण करना, विद्यालय मे यह सुनिष्चित करना कि किसी भी बालक/बालिका के साथ जाति, वर्ग, धार्मिक या लिंग विभेद नही हो।, विद्यालय के सुदृढीकरण में पंचायती राज संस्थान/मुखिया की भुमिका, पंचायत के 100ः बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित कराने मे सहयोग प्रदान करना
संरचनात्मक बदलाव
स्वच्छ एवं हरा-भरा परिसर, बायोफेंसिंग एवं खेलकूद का मैदान वर्ग कक्ष एवं अन्य कक्ष का पुर्नव्यस्था, पेयजल एवं स्वच्छ शौचालय, किचन गार्डेन, डस्टबीन, सुझाव पेटी/खोया-पाया पेटी सामान्य आधाभूत संरचना, विद्यालय भवनों का रखरखाव एवं मरम्मति, ब्लैक बोर्ड की मरम्मति, सुरक्षित पेयजल,जलापूर्ति हाथ धोने की ईकाई, लडकियों और लडको के मूत्रालयों के साथ शौचालय,सेनेटरी पैड वेडिंग मषीन और भस्मक, दिव्यांगो के अनुकूल शौचालय, रैम्प और अन्य, सुसंगत सुविधाएँ एवं किचेन गार्डन,इन्रनेट कनेक्षन, कक्षा और शौचालय में फर्ष कि व्यवस्था, विद्यालय के दरवाजो/खिडकियों/फिक्सचर/गेट/चारदीवारी आदि की मरम्मत,खेल के मैदानों की तैयारी और रख-रखाव, ग्राम पंचायत के साथ सभी विद्यालयों में देय सुविधाएं-पाठ्य पुस्तक, पोषाक, विद्याालय किट एवं मध्याह्न भोजन आदि उपलब्ध कराने में विद्यालय प्रंब्रध समिति को सहयोग करना, मौसमी पलायन करनेवाले परिवार को चिन्हित करना एवं उन परिवार के बच्चों की शिक्षा हेतु विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था कराने में सहयोग करना, विद्यालय से बाहर एक भी बच्चा नही रहे यह सुनिष्चित कराना, खेल-कूद एवं अन्य गैर शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजन मे शिक्षकों को सहयोग करना।