हजारीबाग में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा का धरना, 13 सूत्री मांग पत्र सौंपा – 3 जनवरी को सीएम आवास घेराव की चेतावनी


हजारीबाग | झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा, हजारीबाग के बैनर तले सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रवीण मेहता और संचालन गणेश कुमार सीटू ने किया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने सरकार से झारखंड राज्य की नींव रखने वाले वीर आंदोलनकारियों को उचित सम्मान और अधिकार देने की जोरदार मांग उठाई।
धरना में शामिल सीपीआई के वरिष्ठ नेता एवं हजारीबाग के पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को अब भी न्याय नहीं मिला है। उन्होंने सरकार से मांग की कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन को आधिकारिक रूप से झारखंड आंदोलनकारी के रूप में मान्यता दी जाए और सभी आंदोलनकारियों को सम्मान पेंशन, रोजगार, बीमा, स्वास्थ्य और यात्रा सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
मुख्य मांगें –सभी आंदोलनकारियों को ₹50,000 मासिक सम्मान पेंशन। आंदोलनकारियों एवं उनके परिजनों को 15 लाख तक बीमा और 10 लाख तक निशुल्क मेडिकल सुविधा। राज्य के प्रमुख मार्गों का नाम आंदोलनकारियों के नाम पर रखने की मांग। 3 जनवरी (जयपाल सिंह मुंडा जयंती) को झारखंड आंदोलनकारी दिवस और 11 जनवरी (शिबू सोरेन जयंती) को महाजनी प्रथा विरोधी दिवस घोषित करने की मांग। हर जिले में झारखंड आंदोलनकारी कॉरिडोर और स्मारक स्थापित करने की अपील।
धरना के बाद झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने उपायुक्त को 13 सूत्री ज्ञापन सौंपा। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि आगामी 15 नवंबर 2025 को राज्य स्थापना दिवस पर सभी आंदोलनकारियों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
चेतावनी : मोर्चा के नेताओं ने साफ कहा कि अगर सरकार ने वादों पर अमल नहीं किया तो आगामी 3 जनवरी 2026 को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।
कार्यक्रम में बद्री सिंह ने स्वागत भाषण और जावेद इस्लाम ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। मौके पर योगेंद्र महतो, गौतम सिंह, ध्रुव नारायण पासवान, पंकज सिंह, महेंद्र ठाकुर, हीरालाल प्रसाद, वीणापानी नंदी, राजकुमार मेहता सहित बड़ी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद थे।