मांधनीया के कदहे गांव में आज भी पगडंडी पर चलने को विवश।इस रास्ते पर पैदल चलना दुर्लभ हो गया है, स्कूली बच्चे बुजुर्ग कई बार हो चुके हैं घायल


Chatra : लावालौंग प्रखंड मुख्यालय से करीब 500 सौ गज की दूरी पर स्थित साप्ताहिक बाजार लगने वाली बाजार टांड से कदहे जाने वाली मुख्य सड़क जर्जर एवं पथरीली,ऊबड़ खाबड़ और सड़क में बने बड़े – बड़े गढ़े घटना को आमंत्रण दे रही है। यह सड़क मुख्य रूप से चार पंचायतों को जोड़ती है। तथा यह एक मुख्य मार्ग के रूप में भी माना जाता है, सिलदाग, कोलकोले,मंधनियां तथा लावालौंग पंचायत के लोग प्रत्येक दिन इसी रास्ते से आवागमन करते हैं। स्कूली बच्चे भी इसी रास्ते से विद्यालय आते जाते हैं गर्भवती महिला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लावालौंग के लिए भी आते हैं पर दुर्भाग्य है मुख्यालय स्थित से होकर गुजरने वाले सड़क जर्जर एवं गढ़े में तबदील हो गया है।जिसके कारण ग्रामीणों के काफ़ी परेशानी उठाना पड़ रहा है। विभिन्न पंचायतो के ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड मुख्यालय के इतना नजदीक होने के बावजूद भी प्रशासन की नजर से दूर है। और ना ही जनप्रतिनिधि का कोई खोज खबर है।लोग परेशान हैं जिसके कारण लोगों को इस रास्ते में आने जाने पर काफी परेशानी होती है चार पहिया वाहन कभी सड़क में तो कभी सड़क से बाएं तो कभी सड़क से दाएं होकर आते जाते हैं नेताओं की कहां नजर है या फिर किस नींद में सोए हुए हैं जबकि सरकार सड़क के लिए करोड़ों रुपए खर्च करते हैं। जानकारी के अनुसार कदहे निवासी बैजनाथ राम ने कहा कि यह रास्ते में दिन प्रतिदिन घटनाएं होते रहती है खासकर सोमवार बाजार के दिन दो-चार घटनाएं यह जर्जर सड़क के करण हो ही जाता है यह सड़क में पैदल चलने से भी लोग मुंकरते है बरसात के दिनों में रास्ते नदी व तालाब बने रहते हैं लोग पैदल चल कर भी अपनी मंजिल नहीं पहुंचे पाते हैं।
लावालौंग संवाददाता,मो० साजिद