दीपक दान से कटती है अकाल मृत्यु का योग्य आचार्य राधाकांत पाठक,आकस्मिक संकटों से बचने के लिए धनतेरस के दिन करें दीपक दान


दीपक दान का महत्व बहुत अधिक है दीपक दान इन्हीं उद्देश्यों को लेकर किया जाता है। दीप प्रज्वलित देवताओं के निमित्त पितरों के निमित्त घर सजाने व अंधकार को प्रकाश में बदलने के लिए किया जाता है। कार्तिक महीना में दीपक दान का विशेष महत्व है शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक घी के दीपक प्रज्वलित करते हैं, और दान करते हैं, उन्हें अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है धनतेरस के दिन दीप पूजन और दान जीवन कल मृत्यु से जैसे आकस्मिक संकटों से बचाता है। जन्म कुंडली, वास्तु व कर्मकांड परामर्श के विशेषज्ञ *आचार्य राधाकांत पाठक* कहते हैं,कि धनतेरस के दिन सूर्यास्त के बाद घर के मुख्य दरवाजे पर दक्षिण मुखी दीप प्रज्वलित कर गन्ध व धूप से पूजा करनी चाहिए। और दीप प्रज्वलित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शुभ काल में धनतेरस के दिन व्यावसायिक प्रतिष्ठान में नई गद्दी बिछाने चाहिए। दिन गोधूलि बेला में तिल के तेल से दीपक जलाने से सुख समृद्धि आती है।
संवादाता : मोहम्मद साजिद