उपायुक्त श्री अबु इमरान ने खसरा-रुबेला ग्रसित मरीजों की समीक्षा कर दिया कई आवश्यक दिशा निर्देश।,दो माह में सभी छूटे हुए बच्चों का एम आर 1 और एम आर 2 का टीका शत प्रतिशत लगवाना करें सुनिश्चित,प्रचार प्रसार कर लोगों को करें जागरूक



चतरा : स्महरणलय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त श्री अबु इमरान की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के समीक्षात्मक बैठक के क्रम में खसरा-रुबेला ग्रसित मरीजों की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉक्टर दीपक कुमार द्वारा जानकारी दी गई की चतरा जिले में खसरा ग्रसित पूरे राज्य के तुलना में सबसे अधिक मरीज हैं। इसमें 12 क्षेत्र में खसरे का प्रकोप अत्यधिक रहा है। चुकी खसरा फैलने वाली एक वायरल बीमारी है।जो खांसने या छिकने से फैलता है और काफी संक्रामक है। खसरा के बाद ग्रेसितों में निमोनियां डायरिया हो जाता है। जिससे उनके जान को खतरा होता है। जबकि रुबेला से गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा है। रुबेला के संक्रमण से गर्भधारण में मुश्किल से लेकर गर्भपात एवं जन्मजात दोष एवं अपंगता होने का खतरा बना रहता है।सरकार ये दोनो टीका सभी बच्चों को 9 माह एवं 16 माह में मुफ्त देती है। अपने यहां ग्रसितों में यह पाया गया कि 91% बच्चो ने खसरा रुबेला का टीका नहीं लिया है। टीका नहीं लेने की वजह जो समाने आई है वह एएनएम, सहिया और अभिभावक के द्वारा बताया गया कि बुखार का डर व टीके के बाद दो दिन तक जो मामूली परेशानी होती है उसकी वजह से ये लोगों ने टीका नहीं लिया। खसरा रुबेला का प्रकोप मुख्यता प्रतापपुर, कुंदा लावालौंग और हंटरगंज में ज्यादा है। इस संदर्भ में उपायुक्त श्री अबु इमरान ने संज्ञान में लेते हुए सभी प्रखंड में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स और पंचायती राज प्रतिनिधि का सहयोग के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। आने वाले दो माह में सभी छूटे हुए बच्चो का एम आर 1 और एम आर 2 का टीका शत प्रतिशत लगवाने का निर्देश दिया और आगे उन्होंने कहा कि लोगों को व्यापक प्रचार प्रसार के माध्यम से जागरूक करें ताकि बीमारी का रोकथाम किया जा सके। उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त उत्कर्ष गुप्ता, अपर समाहर्ता पवन कुमार मण्डल, सिविल सर्जन डा. श्याम नंदन सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डा. दीपक कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत अन्य सभी संबंधित उपस्थित थे।