हजारीबाग में पानी की बर्बादी पर चिंता,संजर मलिक ने नवाबगंज पानी टावर पर लगाया ढीले प्रबंधन का आरोप, जल संरक्षण की अपील


हजारीबाग | समाजसेवी सह शांति समिति सदस्य एवं झारखंड आंदोलनकारी फहीम उद्दीन अहमद उर्फ संजर मलिक ने नवाबगंज पानी टावर पर जारी पानी की भारी बर्बादी को लेकर गंभीर चिंता जताई है। यह पानी टावर शहर के बड़े हिस्से को जल आपूर्ति करता है, लेकिन फिल्टरिंग के बाद विभाग द्वारा सड़क किनारे लगाए गए नलों से लगातार पानी बहता रहता है।
संजर मलिक ने बताया कि इन नलों को डायरेक्ट मेन लाइन से जोड़ा गया है, जहां न तो खोलने-बंद करने का कोई सिस्टम है और न ही सुरक्षा का इंतजाम। अगर विभाग बंद करने का सिस्टम लगाता भी है तो कुछ लोग उसे तोड़ देते हैं, जिसके कारण पानी घंटों व्यर्थ बहता रहता है।
संजर मलिक ने स्थल पर पहुंचकर आम जनता से अपील की कि वे पानी की अहमियत समझें। उन्होंने कहा, “अभी तो प्रकृति ने रिकॉर्ड तोड़ बारिश कर हर जगह पानी भर दिया है, लेकिन याद कीजिए वे तपिश भरे दिन जब लोग एक बूंद पानी के लिए तरसते नजर आते हैं। अगर अभी से हम नहीं चेते तो आने वाली नस्लें हमें माफ नहीं करेंगी।”
उन्होंने जल के व्यावसायीकरण पर भी चिंता जताई और चेतावनी दी कि जिस रफ्तार से पानी की बर्बादी हो रही है, आने वाले दिनों में लोगों को महंगे दामों पर पानी खरीदना पड़ सकता है। वैज्ञानिकों की यह चेतावनी भी सही साबित हो सकती है कि “अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा।”
संजर मलिक ने पीएचईडी, अस्पताल प्रबंधन और नगर निगम से अपील की है कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि पानी की अनावश्यक बर्बादी रोकने के लिए तकनीकी समाधान, निगरानी व्यवस्था और जनजागरूकता बेहद जरूरी है।