Chatra:- अगर इंसान चाहे तो कुछ भी कर सकता है यह साबित फिर से किया है उड़ीसा के रहने वाले मुक्ति करण विश्वा ने
अगर कोई इंसान चाहें तो वो क्या नहीं कर सकता, वो चाहें तो अकेले दम पर पहाड़ भी तोड़ सकता हैं, सही सुना आपने ये बात केवल बोलने या पढ़ने तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि इस देश की मिट्टी से एक ऐसे शख्स ने जन्म लिया था जिसने अकेले दम पर 25 फीट ऊंचे और 360 फीट लंबे पहाड़ को तोड़कर वहां से रास्ता बनाया था यह कहानी गया जिला के दशरथ मांझी का था उस समय जब देश के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी तो पैदल गया से दिल्ली तक का सफर कर मिलने गया था यह बात आज हम आपको इसलिए बता रहे हैं की हिंदुस्तान के उड़ीसा के रावलकिला में जन्मे मुक्ति करण विश्वा एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि इंसान चाहे तो क्या नहीं कर सकता बता दें कि एक अप्रैल को उड़ीसा से निकले दिल्ली के लिए पैदल यात्रा कर रहे हैं मुक्ति करण विश्वा देश के प्रधानमंत्री और देश के राष्ट्रपति से मिलने के लिए निकला है आखिर क्या मजबूरी है की पैदल यात्रा कर देश के प्रधानमंत्री से मिलने के लिए निकल पड़ा क्या कहते हैं मुक्ति करण विश्वा सुने खुद उनकी जुबानी