जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग और सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के संयुक्त तत्वाधान में प्रखण्ड स्तरीय समन्वय समिति की बैठक -सह- पंचायती राज संस्थान के सदस्यों के प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया


हंटरगंज/चतरा । प्रखण्ड विकास पदाधिकारी श्री निखिल कश्यप की अध्यक्षता में प्रखण्ड-सह- अंचल कार्यालय सभागार में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग और सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के संयुक्त तत्वाधान में प्रखण्ड स्तरीय समन्वय समिति की बैठक -सह- पंचायती राज संस्थान के सदस्यों के प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने कहा कि तम्बाकू के सेवन से न सिर्फ सेहत पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है साथ ही आर्थिक नुकसान भी होता है। तम्बाकू सेवन न करके जिंदगी के साथ साथ आर्थिक नुकसान को भी बचाया जा सकता है। आगे प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता हैं जिससे कि हम अपने आने वाली पीढ़ी के भविष्य को बचा सकते हैं। साथ ही समाज के आम लोगों के बीच जाकर लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा। जिससे तंबाकू के सेवन पर नियंत्रण लगाने में सफलता मिलेगी। सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अपने अपने कार्यालयों मे तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया। प्रतिबंधित तम्बाकू उत्पादों की बिक्री के खिलाफ लगातार छापेमारी अभियान चलाकर कार्रवाई करें। सभी पंचायतों के मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्यों। से आग्रह किया गया कि वे जल्द से जल्द अपने-अपने पंचायत को तम्बाकू मुक्त घोषित करें। तम्बाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के कार्यक्रम समन्वयक श्री रिम्पल झा ने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत COTPA-2003 की विभिन्न धाराओ के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अधिकारियों को तंबाकू संबंधित उत्पादों पर रोक लगाने हेतु उठाए जाने वाले कदमों आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। सभी अधिकारियों को समय-समय पर सरकार द्वारा तंबाकू नियंत्रण के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों एवं उनके अनुपालन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि तंबाकू सेवन करना एक खतरनाक आदत है तम्बाकू कम्पनी छोटे-छोटे बच्चे को टारगेट करती है ताकि वो लम्बे समय तक इनके उपयोगकर्ता बने रहे। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने के काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सभी स्तर पर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। अंत में जिला परामर्शी तम्बाकू नियंत्रण कोषांग, चतरा श्रीमती रश्मि दुबे ने कार्यशाला में उपस्थित होने के लिए सभी अधिकारियों एवं पदाधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
उपस्थिति प्रखण्ड पशुपालन पदाधिकारी, प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला परामर्शी तम्बाकू नियंत्रण कोषांग, चतरा एवं अन्य पदाधिकारी, तम्बाकू नियंत्रण कोषांग, सीड्स, झारखण्ड के प्रतिनिधि, विभिन्न पंचायतों के मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्य, मिडिया कर्मी एवं अन्य प्रतिभागी समेत अन्य मौजूद रहे।