शहर में चले अतिक्रमणमुक्त अभियान के बाद बढ़ी प्रशासन की सख्ती, सड़क से आपके कार व बाईक को उठाकर थाना भी पहुंचा देगा नगर परिषद का क्रेन,जाने पूरी खबर




चतरा : अगर आप घरेलू काम समेत अन्य उपयोगी कार्य को लेकर वाहनों से घर से बाहर निकलते हैं। तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। शहर के मुख्य चौक-चौराहों समेत व्यस्त सड़कों पर बेतरतीब अपने वाहनों को पार्क करने की आपकी यह आदत आपके जेब पर भारी पड़ने वाली है। यह हम नहीं बल्कि जिला प्रशासन की नई कार्यनीति से स्पष्ट दिखने भी लगा है। सड़कों पर बेतरतीब तरीके से खड़े वाहनों को न सिर्फ नगर परिषद जप्त कर रही है बल्कि शहर के मुख्य सड़कों से होकर गुजरने वाले जिले के वरीय अधिकारी भी अपने मोबाइल से आपके वाहनों की तस्वीर खींचकर लापरवाह वाहन संचालकों के गाड़ियों को जप्त करते हुए उनके विरुद्ध चालान की कार्रवाई में जुटे हैं। इतना ही नहीं आपके वाहनों के बेतरतीब पार्किंग के कारण उत्पन्न होने वाले जाम की समस्या से निबटने के लिए नगर परिषद द्वारा क्रेन का भी सहारा लिया जा रहा है। जो सड़कों पर खड़े आपके वाहनों को मौके से उठाकर सदर थाना पहुंचा देगा। उसके बाद आपको परिवहन कार्यालय में भारी-भरकम चालान भरने के बाद ही पुलिस आपकी गाड़ी को मुक्त करेगी।
बस एक क्लिक और कट जाएगा जेब
चतरा शहर को जाम मुक्त और यहां आवागमन सुगम बनाने को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्य योजना बनाई है। इसके तहत जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों में पदस्थापित वरीय अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में अपर समाहर्ता, एसडीओ, एसडीपीओ, थाना प्रभारी, नगर परिषद पदाधिकारी व सदर बीडीओ और सीओ समेत इससे जुड़े अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया है। इस व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सड़क से होकर गुजर रहे अधिकारी सड़कों पर इधर-उधर पार्क किए गए बेतरतीब वाहनों की तस्वीरे खींचकर पोस्ट कर रहे हैं। जिसके बाद तस्वीरों को पोर्टल पर अपलोड कर वाहनों के विरुद्ध फाइन वसूली की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही पुलिस और परिवहन विभाग आपके वाहनों के संपूर्ण दस्तावेजों की जांच कर चालान करने समेत आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी कर रहा है। इतना ही नहीं अगर आपके गलत पार्किग के कारण सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है तो आपकी गाड़ी को नगर परिषद का क्रेन जप्त कर मौके से उठाकर थाना भी पहुंचा देगा। जिसका खर्च भी जिला प्रशासन आपसे ही वसूलेगी।
पिला पट्टी से बाहर खड़ा करें वाहन : अपर समाहर्ता
अभियान का नेतृत्व कर रहे अपर समाहर्ता पवन कुमार मंडल ने बताया कि शहरवासियों के अलावे जनप्रतिनिधियों के द्वारा लगातार बैठकों में शहर में उत्पन्न होने वाले जाम की समस्या की शिकायत मिल रही थी। साथ ही साथ शहर को जाम मुक्त कराते हुए समस्या से निजात दिलाने की मांग भी लोग जिला प्रशासन से कर रहे थे। जिसे गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त अबु ईमरान के निर्देश पर जिला प्रशासन के द्वारा एक कमेटी बनाकर कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत शहर के मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ-साथ मेन रोड के अलावे अन्य व्यस्ततम सड़कों पर साइड लाइन (पिला पट्टी) चिन्हित किये गए हैं। नियमानुसार वाहन संचालकों को उस साईड लाइन यानी कि पिला पट्टी के बाहर ही गाड़ी पार्क करनी है। लेकिन लापरवाह वाहन संचालक अपनी गाड़ियों को बेतरतीब सड़कों पर ही छोड़ शहर की दुकानों में खरीदारी समेत अन्य जरूरी काम निपटाने में व्यस्त हो जाते हैं। उनके इस लापरवाही के कारण शहर के मुख्य सड़कों पर आए दिन जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ता है। इतना ही नहीं शहर से होकर गुजरने वाले दूसरे शहरों और राज्यों के लोगों को भी आवागमन में परेशानी होती है। ऐसे में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के विरुद्ध नियम संगत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही मुख्य सड़क का अतिक्रमण कर दुकान लगाने वाले दुकानदारों के विरुद्ध भी फाईन वसूली की कार्रवाई निरंतर जारी है। अपर समाहर्ता ने बताया कि ऐसे लापरवाह लोगों के विरुद्ध संयुक्त टीम की छापामारी लगातार जारी है। लापरवाह लोगों का चालान काटने के साथ-साथ उन्हें नोटिस भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अगर इसके बावजूद लापरवाह लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आते हैं तो उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।
रहें होशियार, कानूनी पेंच पड़ेगा भारी
जिला प्रशासन और संयुक्त टीम की इस कार्रवाई से जहां शहर के लोग उत्साहित हैं। वही लापरवाह लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। जिला प्रशासन और पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई के बाद शहर के मुख्य चौक-चौराहे में उत्पन्न होने वाले जाम की संकट से लोगों को निजात जरूर मिलने लगा है। लोग मेंन रोड में आसानी से आवागमन भी कर रहे हैं। अब ऐसे में वैसे लापरवाह लोगों के समक्ष संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है जो जिला प्रशासन और पुलिस की अपील पर अमल नहीं कर रहे थे। ऐसे लापरवाह लोगों को जिला प्रशासन की सख्ती और कानूनी पेंच भारी पड़ने लगा है। उनके वाहन जप्त किए जाने के बाद न सिर्फ परिवहन नियमों के उल्लंघन का उनका चालान कट रहा है बल्कि उनके वाहनों के दस्तावेजों की भी संपूर्ण जांच हो रही है। जिसमें उन्हें दस्तावेज नहीं रखने की स्थिति में फाइन के रूप में मोटा रकम भी चुकाना पड़ रहा है।
केशरी चौक के समीप बसों के ठहराव पर रोक लगाने की मांग
जिला प्रशासन के इस संयुक्त कार्रवाई से गदगद शहर के लोग अब केसरी चौक के समीप मेन रोड पर स्थित अनाधिकृत गया बस स्टैंड को भी हटाने की मांग केरने लगे है। मेन रोड में बसों के ठहराव पर भी रोक लगाने की मांग तेज हो गई हैं। शहरवासियों का कहना है कि यात्री बसों व अन्य वाहन संचालकों के द्वारा गैर कानूनी तरीके से केसरी चौक के समीप मेन रोड पर बसों का ठहराव कर यात्रियों को बिठाया जाता है। जिससे न सिर्फ आए दिन जाम की समस्या उत्पन्न होते रहती है बल्कि यहां लगने वाले जाम के कारण लोग एक दूसरे से उलझ भी जाते हैं। जिसके कारण विधि व्यवस्था के समस्या की भी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। लोगों ने केसरी चौक के समीप बसों के ठहराव पर रोक लगाने के साथ-साथ उनका ठहराव शहर से बाहर मुख्य डाकघर के आस-पास या नया बस स्टैंड में ही कराने की मांग कर रहे है। ताकि गैरकानूनी तरीके से शहर के हृदय स्थली केसरी चौक के समीप संचालित गया बस स्टैंड को हटाकर शहर से बाहर करते हुए जाम से लोगों को मुक्ति दिलाई जा सके। शहरवासियों का कहना है कि चतरा के पूर्व उपायुक्त हिमानी पांडेय के कार्यकाल में अनाधिकृत रूप से संचालित गया बस स्टैंड में बसों के ठहराव पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन उनके तबादले के साथ ही उनके इस निर्देश की लीपापोती हो गई।