चतरा में आयोजित जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला में कुल 1239 युवक, युवतिया को पंजीकृत किया गया।


चतरा उपायुक्त श्री रमेश घोलप ने युवाओं को अपने संबोधन में रोजगार सृजन पर तीन मुल मंत्र की सीख दी। यथा अवसर का इंतजार करना, अवसर का तलाश करना, अवसर का स्वयं सृजन करना । साथ ही साथ उन्होने यह भी बताया कि वर्तमान दौर प्रतियोगिताओं का है और तकनीक का विस्तार हुआ है। ऐसे में पढ़ने, सीखने और माहौल से खुद को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। किसी काम को करने के लिए नींव को मजबूत करना जरूरी है। नींव को मजबूत करने के लिए मेहनत अति आवश्यक है। उपायुक्त आज चतुर्थ जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर डी० आर० डी० ए० प्रशिक्षण भवन चतरा में आयोजित जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला-2025 के तहत आयोजित कार्यक्रम युवक-युवतियों को मार्गदर्शन कर रहे थे। मेला का आयोजन ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की ओर से बेरोजगार युवाओं को बेहतर भविष्य प्रदान करने हेतु दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत आयोजित था।
जिला परिषद अध्यक्ष ममता कुमारी चतरा द्वारा यह बताया गया कि इस तरह का कार्यक्रम चतरा वासियों के लिए रोजगार को लेकर सुनहरा अवसर प्रदान करता है एंव युवकों के लिए बेहतर भविष्य का आरंभ करता हैं।
जिला परिषद उपाध्यक्ष ब्रिज किशोर तिवारी ने चतरा रोजगार मेला के बारे यह ऐहसास दिलाया कि रोजगार से एक परिवार का विकास होता है, गांव का विकास होता है साथ ही जिला तथा राज्य का विकास होता है। जिससे एक बेहतर एवं विकसीत देश का निर्माण होता है।
रोजगार मेला बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का बेहतर मंच: डीपीएम
जेएसएलपीएस के डीपीएम गौरव कुमार जयसवाल ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के माध्यम से प्रशिक्षण दिलवाकर सभी को रोजगार से जोड़कर आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के अलावा युवाओं को समय-समय पर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा रोजगार मेला का आयोजन किया जाता है, जिसमें प्रतिष्ठित कंपनियों को आमंत्रित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार युवाओं को एक मंच प्रदान करना है, जहां युवा अपनी योग्यता के आधार पर कंपनी से संवाद स्थापित कर रोजगार प्राप्त कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि चतरा में आज आयोजित रोजगार मेला में 30 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं इसमें युवक-युवती अपनी रुचि एवं योग्यता के आधार पर कंपनी से संवाद स्थापित कर इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएं।
18 से 35 वर्ष के युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार मुहैया कराया जाता है।
युवाओं को कौशल विकास एवं रोजगार तथा स्वरोजगार सुनिश्चित करने हेतु सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना उन्हीं में से एक है, जो ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत जेएसएलपीएस के द्वारा संचालित है। इस योजना ग्रामीण क्षेत्र के 18 से 35 वर्ष के युवाओं को, जो किसी कारण बस अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाएं , उन्हें विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण देकर रोजगार मुहैया कराया जाता है।
3568 युवाओं को दिया गया प्रशिक्षण
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत चतरा के करीब… युवाओं को सिलाई मशीन ऑपरेटर, जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, फील्ड तकनिशियन, वेयरहाउस पैकर, डाटा इंट्री ऑपरेटर, कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव जैसे विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षित किया गया है। वहीं लगभग 2414 प्रशिक्षित युवा देश के विभिन्न कंपनी में कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न नियोक्ताओं ने भी युवक-युवतियों को प्रेरित किया।
*उत्कृष्ट कार्य करने वाले को किया गया सम्मानित*
रोजगार के क्षेत्र में लक्ष्य के विरुद्ध बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रूप में सम्मानित किया गया। प्रथम स्थान पर हंटरगंज, दूसरे स्थान पर प्रतापपुर एवं तीसरे स्थान पर चतरा प्रखंड रहा। इनके बीपीएम को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाले समुदायिक समन्व्यक को भी प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रथम स्थान- राजा चौहान, प्रतापुर ब्द्ध द्वित्तिय स्थान- संदीप कुमार कुशवाहा तथा तृतिय स्थान- जितेन्द्र कुमार प्रजापति का रहा। साथ में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जेआरपी को भी सम्मानित किया गया। प्रथम-सुनिता देवी प्रतापुर, लिलावति देवी हंटरगंज, कृति देवी ईटखोरी ।
उक्त कार्यक्रम में जे एस एल पी एस के जिला प्रबंधक नागेश्वर कुमार, पप्पू कुमार, बिमलेश विश्वकर्मा, अमोद कुमार, फरहान, साद समेत सभी संबंधित कर्मी पदाधिकारी उपस्थित थे।