हजारीबाग पुलिस की बड़ी कामयाबी: पूर्व माओवादी जोनल कमांडर सुनिल गंझू गिरफ्तार, संगठन की विस्तार योजना का खुलासा


हजारीबाग,। हजारीबाग पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत सोमवार को बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने भाकपा (माओवादी) संगठन के पूर्व जोनल कमांडर और सक्रिय सदस्य सुनिल गंझू को बड़कागांव थाना क्षेत्र के ग्राम जोराकाट से गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान उसके साथ मौजूद चार-पांच अन्य संदिग्ध जंगल की ओर भागने में सफल रहे।जिला पुलिस को सूचना मिली थी कि उत्तरी छोटानागपुर के रिजनल कमांडर शहदेव महतो व सब-जोनल कमांडर नताशा अपने साथियों के साथ क्षेत्र में सक्रिय हैं और कोयला कंपनियों से लेवी वसूलने की योजना बना रहे हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जोराकाट गांव में घेराबंदी कर छापेमारी की और सुनिल गंझू को पकड़ लिया।गिरफ्तार माओवादी के पास से लेटर पैड, झोला और गमछा बरामद किये गये हैं। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह हजारीबाग व चतरा जिलों के कोल व्यापारी, ठेकेदारों तथा अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से लेवी वसूलता था।सुनिल गंझू, पिता स्व. चमन गंझू, निवासी सिमरातरी, थाना पत्थलगडडा, जिला चतरा, का अपराध इतिहास बेहद पुराना और गंभीर है। वह वर्ष 1990 में संगठन से जुड़ा और 1993 में पुलिस मुठभेड़ में घायल होकर जेल गया। 1998 में जेल से रिहा होने के बाद पुनः संगठन से जुड़ा और हजारीबाग जिले में कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहा। वर्ष 2018 में जेल से बाहर आने के बाद भी उसने संगठन की गतिविधियाँ जारी रखीं। उसके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश, हथियार अधिनियम व विस्फोटक अधिनियम समेत कुल 54 आपराधिक मामले दर्ज हैं।इस अभियान में अमित आनंद (भा.पु.से.), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर हजारीबाग; पवन कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बड़कागांव; पु.नि. ललित कुमार, पु.अ.नि. कृष्णा कुमार, पु.अ.नि. सागेन मुर्मू तथा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।हजारीबाग पुलिस ने इस गिरफ्तारी को माओवादी संगठन के खिलाफ बड़ी उपलब्धि बताया है और बताया कि फरार माओवादी सदस्यों की तलाश तेज कर दी गई है।