

चतरा जिले में अवैध अफीम–पोस्ता की खेती पर प्रभावी नियंत्रण एवं इसके पूर्ण विनष्टीकरण को लेकर आज समाहरणालय सभागार में उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री जी की अध्यक्षता में नारकोटिक्स समन्वय केंद्र (NCORD) कि जिला स्तरीय समिति की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि अभियान को गति देने के लिए प्रखंड स्तर पर कम से कम दो बार बैठक कर ठोस रणनीति बनाई जाए।
बैठक में बताया गया कि पूर्व वर्षों में पोस्ता–अफीम की अवैध खेती के विरुद्ध विनष्टीकरण में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। इसी क्रम में आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से 03 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक जिले भर में विशेष “Pre Cultivation Drive (पूर्व खेती अभियान)” चलाया जा रहा है। इस दौरान नुक्कड़ नाटक, गीत–नाट्य, संवाद कार्यक्रमों के साथ पंचायत एवं ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण स्तर पर लोगों को अवैध खेती के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा सके।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार अग्रवाल ने सख्त लहजे में सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि अवैध पोस्ता–अफीम की खेती में संलिप्त लोगों की पहचान कर उनके विरुद्ध त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि “जिन क्षेत्रों में अवैध खेती पाई जाती है और वहां समय पर कार्रवाई नहीं होती, ऐसी स्थिति में संबंधित थाना प्रभारी की जवाबदेही तय की जाएगी।” उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य चतरा को अवैध अफीम–पोस्ता की खेती से पूरी तरह मुक्त करना है। इसके लिए ड्रोन और अन्य आधुनिक उपकरणों के माध्यम से खेती वाले इलाकों की सतत निगरानी करें।
उपायुक्त ने भी स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में जिले में अफीम–पोस्ता की खेती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर अभियान को प्रभावी एवं परिणाममुखी बनाने पर बल दिया।