मानसून में सतर्कता को लेकर उपायुक्त ने शुक्रवार को देर शाम अधिकारियों के साथ किया बैठक!मानसून में सतर्कता को लेकर जलप्रपात क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर प्रतिबंध


Chatra : उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री ने शुक्रवार को देर शाम उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया सन्नी राज, अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम,सभी अंचल अधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ जिले में भारी बारिश व बज्रपात को लेकर आपदा से संबंधित ऑनलाइन बैठक की।
बैठक में उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार श्री हेमंत सोरेन के द्वारा समीक्षा बैठक की गई है जिसमें उन्हें भारी बारिश और आगामी मानसून में सतर्कता को लेकर जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने की बात कही।आमजन की सुरक्षा, राशन-पानी, शेल्टर, आदि हेतु आवश्यक कदम उठाने हेतु कई दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं। सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी अलर्ट मोड में रहें और यह सुनिश्चित करें कि राशन कार्ड धारकों को राशन समय पर मिले। उपायुक्त ने सभी प्रखंड क्षेत्रों के वर्तमान स्थिति और जानमाल की क्षति की प्रखंडवार जानकारी सभी संबंधित अधिकारियों से ली। उन्होंने कहा बारिश या बज्रपात के कारण जिन भी लोगों का घर गिरा है उसे वैकल्पिक तौर पर रहने की व्यवस्था की जाय। जानमाल की क्षति से संबंधित डेटा भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सभी अंचल व प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को कहा अपने अपने क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करें।
सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी वेनम दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु उपायुक्त का निर्देश
गर्मी एवं वर्षा ऋतु के दौरान सर्पदंश (सांप के काटने) की घटनाओं में संभावित वृद्धि को देखते हुए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में एंटी वेनम दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में उपायुक्त ने निर्देशित किया कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंटी वेनम दवा की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। जिन केंद्रों पर दवा का स्टॉक सीमित है, वहाँ तत्काल आपूर्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। प्रत्येक प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 24×7 आकस्मिक सेवा उपलब्ध रहे। उपायुक्त ने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता अभियान चलाकर सर्पदंश से बचाव एवं प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जाए ताकि समय पर इलाज संभव हो सके।
मानसून में सतर्कता को लेकर जलप्रपात क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर प्रतिबंध – उपायुक्त का निर्देश
जिले में लगातार हो रही मूसलधार वर्षा और इसके फलस्वरूप जलप्रपातों (Waterfalls) में जलप्रवाह की तीव्रता को देखते हुए उपायुक्त ने जनसुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संबंधित क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है। यह निर्णय कई जलप्रपात क्षेत्रों में भूस्खलन, तेज बहाव एवं फिसलन की आशंका को देखते हुए लिया गया है।
जिले के सभी प्रमुख जलप्रपात क्षेत्रों जैसे तमासीन, गोवा,खैवा बंदारू, मलुदा इत्यादि में आगंतुकों का प्रवेश आगामी आदेश तक वर्जित रहेगा।संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी संयुक्त रूप से उक्त स्थलों की निगरानी करेंगे।किसी भी प्रकार की पर्यटन गतिविधि, पिकनिक या स्नान पर रोक रहेगी।
उपायुक्त ने कहा कि पर्यटन स्थल पर सुंदरता के साथ जोखिम भी होता है, विशेष रूप से बारिश के मौसम में। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी है कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है कि वे निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक रूप से जोखिम न उठाएँ।