

चतरा : बीते 30 मई को शहर के दीभा मोहल्ला में कुंदा थाना क्षेत्र के भौरुडीह गांव का रहने वाला नीतीश कुमार नामक युवक को गोली लगने के मामले का खुलासा चतरा पुलिस ने कर दिया है। एसडीपीओ संदीप सुमन ने बताया कि नीतीश कुमार पर किसी ने गोली नहीं चलाई थी। बल्कि नीतीश का एक दोस्त बबलू उसके कमरे में एक कट्टा और कारतूस लेकर पहुंचा था। जिसे उसका रूम पार्टनर लावालौंग थाना क्षेत्र के पोटम गांव निवासी हेमंत कुमार यादव कट्टा को खोल लगा रहा था। इसी दौरान कट्टे से गोली चल गई। यह गोली नीतीश कुमार के पैर में लगी। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर नीतीश कुमार, बबलू कुमार व हेमंत कुमार के विरुद्ध सदर थाना में कांड संख्या 192/25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए घटना में शामिल दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि बबलू अब भी फरार चल रहा है। एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद घायल नीतीश कुमार ने पुलिस को चकमा देने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए। उन्होंने मामला को डाइवर्ट करने के लिए पुलिस को यह बताया कि तीन-चार युवक मुंह में कपड़ा बांधकर उसके रूम पर पहुंचे और जब वह चापाकल पर पानी भर रहा था तभी उस पर गोलीबारी कर फरार हो गए। लेकिन पुलिस ने अपने स्तर से मामले की जांच किया और यह खुलासा हुआ कि नीतीश पर गोलीबारी की घटना हुई ही नहीं थी। बल्कि अवैध रूप से हेमंत कुमार के द्वारा लाए गए कट्टा से गोली चलने के कारण नीतीश घायल हुआ था। मामला दर्ज होने के बाद दोनों युवकों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच को लेकर रांची से एफएसएल की टीम भी बुलाई गई थी। टीम में शामिल अधिकारियों ने जांच किया।