भद्रकाली महाविद्यालय में उर्दू विभाग द्वारा उर्दू दिवस के रजत जयंती के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया
इटखोरी : गुरुवार को भद्रकाली महाविद्यालय में उर्दू विभाग द्वारा उर्दू दिवस के रजत जयंती के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिस का शिर्षक था उर्दू एक परिचय इस की आवश्यकता एवं महत्त्व “इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भद्रकाली महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष श्री श्याम सुन्दर ने की। उन्होंने उर्दू की आवश्यकता एवं महत्त्व पर प्रकाश डाला। उर्दू विभागाध्यक्ष डॉक्टर मंसूर आलम फखरी ने उर्दू दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ०अल्लामा मुहम्मद इकबाल ने अपनी रचनाओं द्वारा उर्दू अदब में एक ऐसी क्रांति पैदा की और ऐसी जान डाल दी जिसे अदबी दुनिया इंकार नहीं कर सकती है।इस कार्यक्रम का मंच संचालन उर्दू विभाग के प्रो० मो० असलम ने किया और उन्होंने कहा, उर्दू हमें शिष्टाचार सिखाती है और मृदुभाषी बनाती है जिससे एक अच्छे व्यक्तित्व एवं चरित्र का निर्माण होता है जो घर से लेकर समाज तक के लिए कल्याणकारी होता है!धन्यवाद ज्ञापन भुगोल विभाग के प्रो० संदीप सर के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में कॉमर्स विभाग के प्रो० सविंदर मिश्री, प्रो० शाहिद अली, अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष एवं बर्सर प्रो० ललित मोहन चौधरी, प्रो संदीप कुमार, प्रो० मोइनुद्दीन अंसारी, प्रो० ललित कुमार सिंह, हिन्दी विभाग के प्रो० अखिलेश पांडेय, डॉ० ईवा सिन्हा, विज्ञान संकाय की प्रो० लीलू रानी, प्रो० मधुबाला एवं अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे। उर्दू विभाग के सभी सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने अपना-अपना निबंध प्रस्तुत किया। इस में अन्य विभाग के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। इस प्रकार कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
संवादाता संतोष कुमार दास