

लावालौँग /चतरा : तपती गर्मी और आसमान से बरसती आग के कारण प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में जल स्रोतों के सूख जाने के कारण पेयजल संकट गहरा गया है। नतीजा इस कदर है कि कहीं लोग नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं तो कहीं किसी कुएं में कीचड़ रूपी बच्चे गंदे पानी को।ज्ञात हो कि सोहावन गांव में लखन यादव के घर के पास कुआं सूख जाने के कारण लोगों को एक किलोमीटर दूर से पीने के लिए पानी लाना पड़ रहा है।वहीं कोलकोले पंचायत के मुखिया राजेश साव नें बताया कि चुकरू, कोलकोल खुर्द का राजपुर टोला तथा आखरा टोला में एक भी चापानला नहीं है।और जो भी कुएं थे वे बुरी तरह से सूख चुके हैं।वहीं कोलकोले गांव में अमेरिका यादव के घर के पास दो,जगदेव भुइयां के घर के पास तीन, गुलाबी गंझू के घर के पास एक, लेंबोडीह में डोमन गंझू के घर के पास एक चापानला खराब है।लमटा पंचायत निवासी अशोक कुमार पासवान नें बताया कि तीलरा गांव में सभी जल स्रोतों के सूख जाने से घोर पेयजल संकट व्याप्त है।वहीं नावाडीह बाजार टांड़,सिलदाग के रविदास टोला एवं पीपल पेड़ के पास भी चापानल खराब होने से लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।वहीं सिलदाग पंचायत निवासी विनेश यादव नें बताया कि राजेंद्र यादव,उदय यादव,सुकेश यादव और विदेशी भारती के घर के पास भी एक एक चापानल खराब है।जिसके कारण पेयजल समस्या उत्पन्न हो गई है।वहीं रिमी पंचायत निवासी आफताब नें बताया कि टिकुरटांड़ में दामोदर भुइयां के घर के पास चापानला काफी दिनों से खराब है जिसके कारण वहां के लोगों को नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।लमटा पंचायत निवासी प्रमोद कुमार नें बताया कि आंगनबाड़ी भाग 1 में तथा पारामातु भाग 2 स्थित चापानल की स्थिति दयनीय होने के कारण बच्चों को परेशानी हो रही है।प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों नें मीडिया के माध्यम से पदाधिकारियों से गुहार लगाकर सहयोग की अपील की है।
संवाददाता, मो० साजिद