उद्यान विकास की़ योजना के अन्तर्गत बागवान/उद्यान/कृषकों का 5 दिवसीय उद्यानिकी प्रशिक्षण पाकर रोजगार से जुड़ सकते है। .डॉ0 रंजय कुमार सिंह



चतरा : स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र चतरा में दिन गुरूवार से उद्यान विकास की योजना अन्तर्गत युवाओं को आत्मनिर्भर किये जाने के उद्देश्य से उद्यान विकास की़ योजना के अन्तर्गत बागवान/उद्यान/कृषकों का 5 दिवसीय उद्यानिकी प्रशिक्षण का शुरूआत किया गया गयाI प्रशिक्षण का उद्घाटन वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ0 रंजय कुमार सिंह के द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र् को संबांधित करते वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ0 रंजय कुमार सिंह ने कहा कि योजना के तहत चयनित प्रशिक्षणार्थियों को विषय वस्तु के अंतर्गत पौधशाला प्रबंधन, बुनियादी उपकरणों की पहचान एवं उनका उपयोग, लेंड स्केपिंग, ओरनामेंटल गार्डनिंग, कीट बीमारियाँ एवं उनका प्रबंधन, भूमि की जल निकासी और पोषण सम्बंधी आवश्यकता, उद्यानिकी फसलों का उत्पादन, फ़सलोत्तर प्रबंधन एवं प्रसंस्करण के सम्बंध में व्यावहारिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जायेगा एवं सफल प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएँगे। कार्यक्रम में वैज्ञानिक श्री धर्मा उरॉव ने उद्यानिकी प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने की पहल शुरू की गई है। चतरा जिले के विभिन्न प्रखण्डों के 240 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया है। प्रषिक्षण लेकर कहीं भी रोजगार से जुड़ सकेंगे। श्री उरॉव ने कहा कि प्रशिक्षण में फल सब्जी संरक्षण, संरक्षित खेती, फूल फलों की खेती, सब्जियों की खेती, औषधीय फसलों की खेती, संबंधित जानकारी दी जाएगी। साथ ही पुराने बागों का पुनर्विकास, आम निर्यात के लिए बाग प्रबंधन, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति माली प्रशिक्षण, उद्यमिता विकास योजना के अन्तर्गत उद्यान विकास में पशुओं का महत्व विषय के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी जाएगा। प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केन्द्र, चतरा के वैज्ञानिक इंजिण् विनोद कुमार पाण्डेय ने छोटे कृषि यंत्र के बारे में विस्तृत जानकारी किसानों को दी। प्रशिक्षण को सफल बनाने में कृषि विज्ञान केन्द्र, चतरा के उपेन्द्र कुमार सिंह, शिवेंद्र कुमार दूबे, मो0 जुनैद आलम, अभिषेक घोष, नवल किशोर, अभिजित घोष, लालमनी ठाकुर, बसंत ठाकुर, नेपाल ठाकुर, आदि ने अहम भूमिका निभाई।