

गिद्धौर:विनीता की हत्या का कारण उसके पुत्र की मौत के बाद मिली मुआवजा की राशि बनी. मुआवजे में मिली 4 लाख की राशि विनीता ने उपेंद्र को दे दी थी.बाद में वह विनीता से दूर होने लगा.इसी कारण दोनों में विवाद बढ़ने लगा और अंत मे उपेंद्र ने विनीत की हत्या कर दी.9 अगस्त को उसने विनीता को हज़ारीबाग से बाइक पर बैठा कर गांगपुर का बनखेता जंगल लाया और विवाद बढ़ने पर वहां उसकी हत्या गला दबाकर कर दी.शव को वहां छोड़ अपने घर मसूरिया लौट आया.इसके बाद शव की पहचान होने का ख्याल आने पर उसने घर से कुदाल और टांगी निकली और फिर घटनास्थल पर पहुंचा.उसके बाद उसने शव को मिट्टी में गाड़कर छिपा दिया.पुलिस को दिए स्वीकारोक्ति बयान में उक्त बातें सामने आई है.गुरुवार को थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में एसडीपीओ अशोक कुमार प्रियदर्शी ने हत्याकांड के सम्बंध में कई जानकारी दी.उन्होंने बताया कि,इस कांड के उदभेदन में थाना प्रभारी कन्हैया कुमार यादव ने कड़ी मशक्कत की.उनके प्रयास से ही आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया गया.हत्याकांड का खुलासा घटना के 24 वें दिन कर लिया गया.उन्होंने बताया कि,आरोपी की गिरफ्तारी के अलावे शव को छुपाने में प्रयुक्त 1 कुदाल,1 टांगी भी बरामद किया गया.उन्होंने बताया कि आरोपी में घटना में संलिप्तता स्वीकार कर ली है.9 अगस्त को विनीता की हत्या कर दी गई थी.हत्या के बाद आरोपी अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया था.उसने 14 अगस्त को हटिया से ट्रेन पकड़ी और मुंबई चला गया.15 अगस्त की शाम ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मिट्टी में गड़ा शव को बरामद किया था तथा इस संबंध में गिद्धौर थाना मे कांड संख्या 58/2023 धारा 302/201/34 दर्ज किया गया था