मैथन एनएच–टू स्थित झारखंड–बंगाल बोर्डर पर कोरोना महामारी बीमारी की जांच के नाम पर मजाक हो रहा है। बिना जांच किये लोगों को छोड़ दिया जा रहा है। लेकिन इसके लिये लोगों को कीमत चुकानी पड़ रही है। जांच में तैनात पुलिसकर्मियों को एक सौ से पांच रूपये तक देनी पड़ती है। रोजाना पचास हजार रूपये से अधिक अवैध वसूली की जाती है। हालांकि इसमें सिर्फ सिपाही ही शामिल हैं। पुलिस अफसर का इससे कोई लेना देना नहीं है। शनिवार को भी चेकपोस्ट से लोगों का आना-जाना लगा रहा। जांच के लिये उन्हे रोका गया। कईयों ने तो जांच करायी। कई इस पचड़े में पड़ना नहीं चाहते थे तो उन्हें रूपये लेकर छोड़ दिया गया। अवैध वसूली की कुछ तस्वीरें वायरल हुई है। जिसमें साफ दिख रहा है कि एक सिपाही मारूती भेन वाले शख्स से रूपये वसूल रहा है। अवैध वसूली की कुछ तस्वीरें जिले के आला अफसरों के पास भी पहुंची है। अफसरों ने मैथन थानेदार को इसपर रोक लगा भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। फोटो के वायरल होने पर जांच में लगे पुलिसकर्मियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
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