चतरा :-बता दें कि बार एसोसिएशन की भूमि एवं भवन पर जिला प्रशासन ने कब्जा कर लिया था। यह भवन चहारदीवारी को तोड़कर कब्जा किया गया था। बार एसोसिएशन के भवन में सहायक पुलिस रह रहा था। अचकन बार एसोसिएशन के महासचिव मुरली मनोहर मिश्रा ने न्यायालय के सुरक्षा प्रभारी संजय कुमार सिंह के साथ बिते शुक्रवार को एसोसिएशन की भूमि का निरीक्षण किया। इस दौरान महासचिव ने पाया कि एसोसिएशन के भवन पर अवैध कब्जा कर सहायक पुलिस रह रहे हैं। उनसे पुछे जाने पर उन्होंने सचिव को बताया कि उपविकास आयुक्त उत्कर्ष गुप्ता के आदेश पर रह रहे हैं। उसी दिन एसोसिएशन के महासचिव एवं अध्यक्ष शक्ति कुमार सिंह ने डीडीसी से मुलाकात कर भवन कब्जा किए जाने की बात कही। डीडीसी ने दो दिनों में भवन खाली कराने का आश्वासन दिए और कहा कि टूटे चहारदीवारी की मरम्मती करा देंगे। सोमवार को एसोसिएशन को सूचना दिए बिना पूनः निर्माण कराया जा रहा था। इसकी सूचना मिलते ही अध्यक्ष शक्ति कुमार सिंह,महासचिव मुरली मनोहर मिश्र ,वरिय अधिवक्ता निर्मल कुमार दांगी, कन्हैया प्रसाद साहु , उपाध्यक्ष दुखी प्रसाद, अनुपम कुमार सिंहा, अरुण कुमार दांगी, अनिल कुमार अग्रवाल, अवधेश राय, दिलीप कुमार दांगी, जमुना प्रसाद, अर्जुन महतो, मुकेश कुमार सिंह, मंसर आलम, मो0 अब्दुल्लाह सहित अन्य अधिवक्ताओं ने तोड़ -जोड़ कर रहे कार्य को रुकवाया। इसकी जानकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष और महासचिव ने झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एंव राज्य बार कौंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र कृष्णा को दिया।इसके बाद अपर समाहर्ता पवन कुमार मंडल घटना स्थल पर पहुंच कर कार्य का जायजा लिया। एसी ने एसोसिएशन के अध्यक्ष और महासचिव ने अधिवक्ताओं और डीडीसी के बीच वार्ता कराकर मामले सलटा दिया। इस दौरान जिला प्रशासन ने कहा कि हमें एसोसिएशन की भूमि से कोई मतलब नहीं है।
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